नई दिल्ली:देश की राजधानी के स्टेशनों पर सुरक्षा की दृष्टि से हर पल चाक-चौबंद इंतज़ाम रहते हैं और ये ज़रूरी भी हैं. हालांकि, कई बार लापरवाही का आलम ऐसा होता है कि न सिर्फ़ सवाल उठते हैं, बल्कि ये कहना पड़ जाता है कि रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा भगवान भरोसे छोड़ रखी है. नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली, हज़रत निज़ामुद्दीन और आनंद विहार स्टेशन पर रेलवे के इंतज़ाम ये कहने पर मजबूर कर रहे हैं.
बैगेज मशीनें बंद
बीते 7 महीने से ज़्यादा समय से स्टेशनों पर बैगेज चेकिंग मशीनें काम नहीं कर रही हैं. बीती 26 जनवरी के बाद से अलग-अलग समय ख़ुद ईटीवी भारत संवाददाता ने अलग-अलग समय की तस्वीरों को कैमरे में क़ैद किया है. इससे अलग मंडल रेल प्रबंधक स्तर पर भी इस समस्या का कारण और समाधान की कोशिश की गई लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. ग़नीमत ये रही की इस दौरान स्टेशनों पर कोई अप्रिय घटना नहीं घटी.
RTI से मिला जवाब
ETV भारत संवाददाता को RTI के ज़रिए मिले एक जवाब में रेल अधिकारियों ने माना है कि बैगिज चेकिंग मशीनों के मेंटनेंस को लेकर टेंडर जुलाई 2020 में ही ख़त्म हो चुका है और तब से ये दोबारा नहीं हो पाया है. नई दिल्ली स्टेशन पर अप्रैल महीने के आंकड़े के मुताबिक़ कुल 8 मशीनें हैं और ये सभी नहीं चल रही हैं. इतना ही नहीं हज़रत निज़ामुद्दीन, पुरानी दिल्ली और आनंद विहार स्टेशनों का टेंडर भी तब ही ख़त्म हो गया था. नतीजतन अधिकतर मशीनें इन स्टेशनों पर भी ख़राब पड़ी हैं. अप्रैल महीने के इन जवाबों के बाद मौजूदा समय में टेंडर की स्थिति के विषय में कूछ भी नहीं बताया गया है. वहीं रेलवे स्टेशनों की स्थिति जस-की-तस है.