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श्रीराम मंदिर आस्था के साथ देश में बड़े व्यापार का भी केंद्र बना, 50 हजार करोड़ के पार होगा व्यापार

Ayodhya Ram Mandir Inauguration: श्रीराम मंदिर का उद्घाटन न केवल एक आध्यात्मिक मील का पत्थर है, बल्कि आर्थिक विकास के पहियों को भी गति देने के लिए तैयार है. कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने देश की अर्थव्यवस्था में 50 हजार करोड़ रुपये के भारी उछाल का अनुमान लगाते हुए व्यावसायिक गतिविधियों में जबरदस्त वृद्धि का अनुमान लगाया है.

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jan 5, 2024, 6:28 PM IST

देश में 50 हजार करोड़ के पार व्यापार का अनुमान

नई दिल्ली:अयोध्या में 22 जनवरी को श्री राम मंदिर का स्थापित होना जहां करोड़ों देशवासियों की अटूट आस्था का केंद्र बना है. वहीं, दूसरी ओर श्री राम मंदिर ने देश भर में व्यापार के बड़े द्वार भी खोले हैं जिसने खास तौर पर छोटे निर्माता और छोटा व्यवसाय करने वाले लोगों के लिए व्यापार के अनेक बड़े अवसर मिले हैं. कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने यह बताते हुए कहा,"देश के विभिन्न शहरों में घरों से छोटा काम करने वाली महिलाओं एवं वंचितों को भी इस से बड़ी मात्रा में रोज़गार मिला है, इससे यह साफ़ है कि श्री राम मंदिर देश में आर्थिक संपन्नता का एक बड़ा संदेश देगा."

उन्होंने यह भी कहा कि श्रीराम मंदिर से देश में 50 हजार करोड़ रुपये से अधिक के व्यापार के कैट के पूर्व आँकड़े से कहीं ज्यादा व्यापार होने जा रहा है. कैट ने हाल ही में देश के विभिन्न राज्यों के व्यापारी नेताओं से चर्चा कर श्री राम मंदिर से उत्पन्न हो रहे विभिन्न व्यापार के विषय में एक दिलचस्प जानकारी हासिल की है. खंडेलवाल ने बताया कि श्री राम मंदिर के उद्घाटन ने देश में पूजा पाठ से संबंधित एक बड़े व्यापार के अवसर पैदा किए हैं. पूजा के लिए विभिन्न आवश्यक वस्तुओं की बड़ी मांग देश भर में दिखाई दे रही है. जैसे जैसे 22 जनवरी की तारीख़ नज़दीक आ रही है, वैसे वैसे श्री राम एवं पूजा पाठ से जुड़ी वस्तुओं की मांग देश भर में तेजी से बड़ती जा रही है. इस मांग को देखते हुए बहुत से लोगों ने अपने पारंपरिक व्यवसाय के साथ ऐसी अनेक वस्तुओं का उत्पादन या व्यापार शुरू कर दिया है जो श्री राम मंदिर के देश भर में होने वाले महा उत्सव के लिए उपयोगी हैं.

खंडेलवाल ने कहा कि श्री राम मंदिर के प्रति लोगों के ज़बरदस्त आकर्षण का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि श्री राम मंदिर के प्रतीक के रूप में मंदिर का मॉडल हर कोई अपने घर में रखना चाहता है और इसी कारण से श्री राम मंदिर के मॉडल की बड़ी मांग है. यह मॉडल बाजार में 4 इंच, 6 इंच, 8 इंच एवं 12 इंच में बाजार में उपलब्ध हैं. इससे बड़े साइज के मॉडल भी बाजार में मिल रहे हैं. मुख्य रूप से यह मॉडल पाइनवुड, लकड़ी, हार्डबोर्ड आदि में बनाये जा रहे हैं. वहीं दूसरी ओर श्री राम के चित्र, श्री राम मंदिर एवं श्री राम दरबार के चित्र, अन्य देवी-देवताओं के चित्र एवं मूर्तियों की बड़ी मांग आ रही है. यह मूर्तियां मिट्टी, पाइनवुड, लकड़ी, पीतल, तांबा एवं अन्य अनेक प्रकार के रॉ मटेरियल से बनाई जा रही हैं.

उन्होंने बताया कि पूजा के लिए बड़ी मात्रा में मिट्टी, पीतल एवं अन्य धातुओं के एकल दीपक एवं एक ही दीपक में अनेक दीपक आरती के लिए, अगरबत्ती, धूपबत्ती स्टैंड सहित अन्य अनेक वस्तुएं भी बड़ी मात्रा में बाज़ार में है जो ग्राहकों की बड़ी पसंद बनी हैं. उधर, अगरबत्ती,धूपबत्ती, गाय के गोबर के उपले, सुगंधित कप, लोबान, कपूर, कुमकुम, चंदन, रोली, अक्षता, रूई की बनी बत्ती, गंगा जल आदि की भी खूब बिक्री हो रही है. पूजा के लिए उपयोग में आने वाले आसन जो जूट, चटाई, दरी, कपड़े आदि से बने हैं, की भी बाजार में बड़ी मांग है.

खंडेलवाल ने बताया कि लोगों की जबरदस्त पसंद के रूप में छोटे से लेकर बड़े श्री राम झंडे, पटके, बंटिंग, श्री राम बैज बाजार में खूब दिखाई दे रहे हैं वहीं श्री राम मंदिर की फोटो के छपे हुए कुर्ते अथवा हाथ की कड़ाई के कुर्ते, टी शर्ट, कमीज, टोपियां, श्री राम दुपट्टे आदि भी हाथों हाथ बिक रहे हैं. अपने आराध्य देवता को प्रसाद के रूप में फल, मिठाई, और अन्य आहारिक आइटम्स की भी बड़ी मांग है. वहीं धार्मिक पुस्तकें, श्री हनुमान चालीसा, आरती संग्रह आदि की भी खूब मांग में है. माला, लटकन, लाकेट, पेंडेंट, कड़े, चूड़ियां, तुलसी की माला, रुद्राक्ष, श्री राम खड़ाऊं,ने भी अपने लिए बड़ा बाजार बना लिया है.

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