नई दिल्ली:एटीएम कार्ड का क्लोन तैयार कर लोगों के खाते में सेंध लगाने वाले दो बदमाशों को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है. आरोपियों की पहचान रमेश और सोनू कुमार के रूप में की गई है. दोनों सुल्तानपुरी के रहने वाले हैं. इनके पास से क्लोनिंग मशीन, एटीएम कार्ड और ब्लैंक कार्ड बरामद किए गए हैं.
बैंक खातों में सेंध लगाने वाले गिरफ्तार पुलिस का मानना है कि अब तक ये सैकड़ों लोगों के खाते से लाखों रुपए निकाल चुके थे. इनके द्वारा की गई वारदातों को लेकर जानकारी जुटाई जा रही है.
कई वारदातों को दे चुके हैं अंजाम
जानकारी के अनुसार क्राइम ब्रांच की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन यूनिट को सूचना मिली थी कि एटीएम कार्ड का क्लोन तैयार कर एक गैंग लोगों के बैंक खाते में सेंध लगा रहा है. सुल्तानपुरी, प्रेम नगर, नांगलोई, मंगोलपुरी आदि इलाकों में ये गैंग वारदात को अंजाम देता है.
इनके पास एटीएम कार्ड का क्लोन तैयार करने वाली मशीन है, जिसकी मदद से वो नया कार्ड बनाकर लोगों के बैंक खाते में सेंध लगाते हैं. इस क्षेत्र में एटीएम इस्तेमाल करने वाले काफी लोगों के खाते से ये गैंग रुपये निकाल चुका है.
सुल्तानपुरी से गिरफ्तार हुए आरोपी
क्राइम ब्रांच को ये भी सूचना मिली कि रात के समय वह एक मॉल के पास बने एटीएम कार्ड में वारदात को अंजाम देने के लिए आएंगे. सूचना पर क्राइम ब्रांच की टीम मौके पर पहुंची जहां से उन्होंने दो आरोपियों को पकड़ लिया. तलाशी में उनके पास से 9 एटीएम कार्ड, 12 ब्लैंक कार्ड, कार्ड क्लोन करने वाली मशीन बरामद हुई है.
पूछताछ में रमेश ने पुलिस को बताया कि वो बैंक ऑफ महाराष्ट्र के एटीएम से पैसे निकालने के लिए आए थे. उनके पास मौजूद मैग्नेटिक कार्ड का इस्तेमाल, वो एटीएम कार्ड क्लोनिंग के लिए करते थे.
स्टेटमेंट से हुआ जालसाजी का खुलासा
शुरुआत में आरोपी पुलिस को बरगलाते रहे. पुलिस ने उनके पास मौजूद बैंक ऑफ महाराष्ट्र के एटीएम कार्ड का पिन पूछा और फिर अंसारी रोड स्थित यूनियन बैंक के एटीएम से उसकी स्टेटमेंट निकाली. इसमें जो कार्ड का नंबर लिखा था, वो आरोपियों के पास मौजूद एटीएम कार्ड के नंबर से अलग था. इससे ये साफ हो गया कि उन्होंने क्लोन कार्ड तैयार किया था. इनसे क्राइम ब्रांच की टीम आगे पूछताछ कर रही है.