नई दिल्ली: शिक्षा मंत्री आतिशी ने शनिवार को देश भर के चेंजमेकर्स को बाल अधिकारों और विकास के क्षेत्र में दिल्ली बाल अधिकार संरक्षण आयोग (डीसीपीसीआर) के पहले चिल्ड्रन चैंपियन अवार्ड से सम्मानित किया. बाल अधिकारों के संरक्षण के लिए डीसीपीसीआर के इस अनूठे पुरस्कार द्वारा उन व्यक्तियों और संस्थानों को सम्मानित किया जाता है, जिन्होंने बच्चों के स्वास्थ्य, शिक्षा, संरक्षण के क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है.
शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा, "डीसीपीसीआर चिल्ड्रन्स चैंपियन अवार्ड पाने वाले लोग देश भर के उन असाधारण लोगों में से हैं, जिन्होंने संघर्ष किया और व्यवस्था में कई चुनौतियों का सामना किया, लेकिन वे बच्चों के जीवन में बदलाव लाने के लिए दृढ़ संकल्पित थे. यह पुरस्कार देश के बच्चों की बेहतरी के लिए किए उनके प्रयासों और योगदान की पहचान है. यह पुरस्कार उन्हें नई ऊर्जा और उत्साह के साथ काम करने के लिए और प्रेरित करेगा."
अवॉर्ड्स की श्रृंखला में 'चिल्ड्रन' श्रेणी को सबसे प्रेरणादायक श्रेणियों में से एक बताते हुए शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा, "इतनी कम उम्र में बच्चों को अपने समुदायों में अपने समकक्षों को बेहतर जीवन प्रदान करने के लिए प्रयास करते देखना बहुत प्रेरणादायक है. चाहे वह भोपाल की एक युवा लड़की अपनी झुग्गी में बच्चों के लिए पुस्तकालय चला रही हो या यूपी के बच्चों के मुद्दों पर अपना अखबार निकाल रहे हों. उन्होंने कहा कि देश में कुछ ही लोग है जो अपना दिन रात बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए लगा देते हैं. ऐसे में यह अवार्ड उन सभी लोगों को एक नई उर्जा प्रदान करती है, जिससे वे नए सफर की तरफ अपनी कदम बढ़ाते है.
उन्होंने कहा कि यह बहुत ही प्रेरित करने वाली बात है कि जो बच्चा खुद मुश्किल परिस्थितियों से आता है और वह अपने बारे में ना सोच कर उन लाखों बच्चों के लिए लाइब्रेरी चला रहा है. मेरी समझ से इससे प्रेरणादायक कुछ नही हो सकता है. उन्होंने कहा कि जिस उम्र में अधिकांश बच्चों का जीवन केवल पढ़ाई, मोबाइल फोन या इंटरनेट के इर्द-गिर्द घूमता है, ये बच्चे समाज में एक अविश्वसनीय बदलाव लाने के लिए एक कदम आगे बढ़ गए हैं. शिक्षा मंत्री ने अवॉर्ड पाने वाले विजेताओं को बधाई देते हुए कहा कि आप सभी अपने समाज और बच्चों के अधिकारों के लिए ऐसे ही काम करते रहिए, क्योंकि यही एक रास्ता है जिससे हम अपने समाज और बच्चों को शिक्षित करके भारत को नंबर 1 देश बना सकते हैं.