नई दिल्ली: दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की दोस्ती जगजाहिर है. अरविंद खुद कई मंचों पर अपनी और सिसोदिया की दोस्ती की मिसाल देते हुए इसकी शुरुआत कैसे और कब हुई इसके बारे में बता चुके हैं. 1999 से शुरू हुई दोस्ती आज भी बरकरार है. अरविंद जहां लगातार तीन बार दिल्ली के सीएम बने वहीं मनीष भी उनके साथ कदम से कदम मिलाकर दो बार डिप्टी सीएम रहे. इसके साथ ही शिक्षा मंत्री सहित अन्य कई प्रमुख मंत्रालयों का भार भी उनके कंधों पर दिया गया. सिसोदिया ने अरविंद के भरोसे पर खुद को साबित किया. लेकिन अब परिस्थिति बदल चुकी है.
अरविंद का दाहिना हाथ कहे जाने वाले सिसोदिया उनसे दूर जेल में अपने दिन काट रहे हैं. वहीं, सदन में सिसोदिया की जगह कैबिनेट मंत्री कैलाश गहलोत ने ली है वह सीट नंबर 2 पर बैठे दिखे. सिसोदिया के बाद अब केजरीवाल के नजदीक हाल में दिल्ली की शिक्षा मंत्री बनी आतिशी हो गई हैं. दरअसल, शुक्रवार को विधानसभा का बजट सत्र था. सदन में जहां बीते 8 साल केजरीवाल के साथ उनकी बगल वाली कुर्सी पर बैठने वाले सिसोदिया की जगह पर कैलाश गहलोत दिखे. वहीं, विधानसभा में सीएम केजरीवाल के कमरे के करीब आतिशी को कमरा दिया गया है.
सिसोदिया के घर में अब आतिशी रहेंगीःमथुरा रोड स्थित वह घर जिसमें कुछ दिन पहले तक पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया और उनका परिवार रहता था, अब यह घर आतिशी को दिया गया है. पीडब्ल्यूडी ने शुक्रवार को एक आदेश जारी किया है कि जिसमें यह घर खाली करने के लिए 5 दिन का समय दिया गया है. 5 दिनों में सिसोदिया के परिवार को यह घर और यहां से जुड़ी यादों को सहेज कर ले जाना होगा.