नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम चुनाव (Delhi Municipal Corporation Election) में लगातार झूठ की बुनियाद और खोखले वायदे और दावे करके भाजपा और आम आदमी पार्टी दिल्लीवालों को केवल गुमराह कर रही है. कांग्रेस सरकार द्वारा दिल्ली में गरीबों के लिए इन-सीटू परियोजना ‘‘जहां झुग्गी वहीं मकान’’ और राजीव रत्न आवास के तहत बनाऐ गए फ्लेटों पर दोनों पार्टियां जो राजनीति कर रही है. ये बातें प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में दिल्ली नगर निगम चुनाव अभियान समिति के चेयरमैन एवं पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा, दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरविन्दर सिंह लवली, पूर्व सांसद परवेज हाश्मी और पूर्व विधायक एवं कम्युनिकेशन विभाग के चेयरमैन अनिल भारद्वाज ने कही.
चोपड़ा ने कहा कि गरीबों के लिए ‘जहां झुग्गी वहीं मकान’ इन-सीटू परियोजना तत्कालीन यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी का सपना था, जिसे शहरी विकास मंत्री कमलनाथ और उपराज्यपाल ने मंजूरी देकर कालका जी में व्यवसायिक जमीन को रिहायशी जमीन में तब्दील कराकर बिना झुग्गी वालों को हटाए 8064 फ्लैट बनाने का रास्ता साफ किया. 2013 में यह प्रोजेक्ट शुरु किया गया, जिसे तीन वर्षों में पूरा होना था. परंतु पहले फेज में बने 3000 फ्लेटों को 9 वर्ष बाद निगम चुनाव घोषणा से एक दिन पूर्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा गरीब लोगों को चाबी देकर भाजपा ने निगम चुनावों में भुनाने का काम किया.
उन्होंने कहा कि कल शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी ने दिल्ली की जनता को ‘जहां झुग्गी वहीं मकान’ देने का वायदा करके दिल्ली के 10 लाख झुग्गीवालों से वोट लेने के लिए गुमराह करने वाला बयान दिया हैं, जबकि वास्तविकता में ‘जहां झुग्गी वहीं मकान’ का मॉडल कांग्रेस की विचारधारा और सोनिया गांधी की सोच की उपज है. उन्होंने कहा कि दिल्ली आज भी 675 झुग्गी झोपड़ी कॉलोनियां है. कांग्रेस निगम की सत्ता में आने पर इन झुग्गी वालों का सर्वे कराकर बिना उन्हें हटाए जहां झुग्गी वहीं मकान योजना के तहत फ्लैट बनाकर देगी.