नई दिल्ली: आज डिजिटल प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कुछ दिन से हम देख रहे हैं कि कोरोना के मामले बढ़ने से ऑक्सीजन, दवाओं और वैक्सीन की डिमांड बढ़ रही है. दिल्ली में भी अफरातफरी हो रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने ऑक्सीजन का इंतेजाम कराने में रात-रात भर गुजारी है कि कहीं अनहोनी न हो जाए.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल. '700 टन हर दिन की है जरूरत'
मुख्यमंत्री ने बताया कि केंद्र सरकार तय करती है कि किस राज्य को कितना ऑक्सीजन चाहिए. दिल्ली का कोटा कल शाम को बढ़ाकर 480 टन कर दिया गया, इसके लिए हम उनका बहुत शुक्रिया अदा करते हैं, हालांकि हमें और जरूरत है, हमारी मांग 700 टन की है. सीएम केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार तय करती है कि किस राज्य की कौन सी कम्पनी किस राज्य को कितना ऑक्सीजन देगी.
'केंद्रीय मंत्री की दखल से आया ऑक्सीजन'
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं केंद्र और दिल्ली हाई कोर्ट का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं. उन्होंने दो तीन दिन में हमारी बहुत मदद की है. मैं मनीष सिसोदिया और सभी अधिकारी केंद्र के संपर्क में हैं. परसो रात में जीटीबी के लिए आ रही ऑक्सीजन एक पड़ोसी राज्य द्वारा रोक दी गई, तब हमारी एक केंद्रीय मंत्री से बात हुई और उन्होंने वहां ऑक्सीजन पहुंचवाया.
'हवाई जहाज से ऑक्सीजन लाने की कोशिश'
सीएम केजरीवाल ने बताया कि दूसरी समस्या यह आ रही है कि जिन राज्यों में जो कंपनियां हैं, उन्होंने दिल्ली का कोटा भेजने से रोक दिया. उन्होंने कहा कि हमारा जो कोटा बढ़ाया गया है, उसके अनुसार, ओड़िसा से हमारे यहां सबसे ज्यादा ऑक्सीजन आनी है. हम कोशिश कर रहे हैं कि हवाई जहाज के जरिए ओड़िसा से ऑक्सीजन लें. लॉकडाउन का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने अपनी तैयारियां ठीक करने के लिए यह फैसला किया था.
'6 दिन व्यवस्था ठीक करने में लगा रहे'
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इन 6 दिनों में हम आराम नहीं करेंगे. इन 6 दिनों में ऑक्सीजन की कमी, बेड्स की कमी आदि ठीक करने के लिए 24 घंटे हम लगे हुए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत बड़ी आपदा है. इसमें अगर हम सभी, हरियाणा, पंजाब, तमिलनाडु, गुजरात, पश्चिम बंगाल में बंट गए, तो भारत नहीं बचेगा. हमें इंसान बनना है, भारतीय बनना है.
'आपदा से लड़ना है, आपस में नहीं'
मुख्यमंत्री ने कहा, लोग देख रहे हैं कि किसी राज्य के ऑक्सीजन का ट्रक किसी राज्य ने रोक दिया. लेकिन लोग यह देखना चाहते हैं कि किस राज्य ने ने किस राज्य की मदद कैसे की. हमें आपस में नहीं, आपदा से लड़ना है. सभी राज्य एक दूसरे की मदद करें. एक दूसरे की मदद करेंगे तभी भारत बचेगा. सीएम केजरीवाल ने कहा कि हम राज्यों में बंट गए, तो भारत को कौन बचाएगा.
'जरूरत में दूसरे राज्यों की करेंगे सहायता'
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली का मुख्यमंत्री होने के नाते, अगर दूसरे राज्यों को जरूरत हुई, तो मैं जो हो सकेगा दूंगा. अगर जरूरत से ज्यादा ऑक्सीजन होगी, दवाई की ज्यादा मात्रा होगी, तो हम दूसरे राज्य को देंगे. दिल्ली में कोरोना कम होने के बाद, दूसरे राज्य की जरूरत पर उन्हें डॉक्टर भी देंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि बॉर्डर देखकर यह बीमारी नहीं बढ़ती है. उन्होंने कहा कि हमें दुनिया को दिखाना है कि सबसे ज्यादा केस आने के बावजूद हमने मिलकर अच्छे प्रबंधन से इसका मुकाबला किया.