नई दिल्ली: दिल्ली में इस साल के लिए 69 हजार करोड़ रुपये का बजट पेश किया गया. दिल्ली सरकार ने ऐलान किया है कि दिल्ली के लोगों को सरकारी अस्पतालों में कोरोना वैक्सीन मुफ्त में मिलेगी. दिल्ली के वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि इस बार लोगों के लिए स्कीम का खर्च 55 फीसदी जबकि सरकारी खर्च 45 फीसदी रहेगा.
देशभक्ति के लिए केजरीवाल सरकार के ऐलान
दिल्ली में 12 मार्च से देशभक्ति के कार्यक्रम शुरू होंगे, जिसमें आगे के विजन को दर्शाया जाएगा. भगत सिंह के जीवन से जुड़े कार्यक्रमों को दर्शाने के लिए 10 करोड़ रुपये जारी किए गए. इसके अलावा बाबा साहेब आंबेडकर के नाम पर जो कार्यक्रम होंगे, उसके लिए भी दस करोड़ रुपये का आवंटन किया गया. कनॉट प्लेस की तरह ही दिल्ली में अब 500 जगहों पर तिरंगे लगाए जाएंगे. साथ ही दिल्ली के स्कूलों में अब एक पीरियड देशभक्ति के बारे में पढ़ेगा. हम हर व्यक्ति को कट्टर देशभक्त के तौर पर तैयार करेंगे, ताकि वो नियमों का पालन करे.
शिक्षा क्षेत्र
दिल्ली सरकार ने शिक्षा के लिए 16 हजार करोड़ से ज्यादा बजट पेश किया. इससे दिल्ली बच्चों को इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स करवाया जाएगा. साथ ही दिल्ली में करीब सौ स्कूल ऑफ एक्सीलेंस बनाया जाएगा. जिसमें नौवीं से बारहवीं क्लास तक के स्कूल शामिल किए जाएंगे. इसके अलावा दिल्ली में नर्सरी से आठवीं तक नया कोर्स आएगा, दिल्ली का अपना बोर्ड बनाया जाएगा. प्राइमरी से ही बच्चों को रटने की बजाय उसे बदलकर बच्चों को समझाने पर फोकस किया जाएगा. दिल्ली के 11-12वीं के बच्चों को बिजनेस आइडिया के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा, जिसका आइडिया अच्छा होगा उसे 2000 रुपये देकर प्लान तैयार करने को कहा जाएगा. साथ ही दिल्ली में वर्चुअल मॉ्डयूल स्कूलिंग भी शुरू की जाएंगी.
स्वास्थ्य क्षेत्र
स्वास्थ्य के लिए केजरीवाल सरकार ने बजट का 14 फीसदी यानि की 9.934 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है.दिल्ली सरकार ने दिल्लीवासियों के लिए फ्री वैक्सीन के लिए 50 करोड़ का प्रावधान किया है. दिल्ली में हर रोज 45 हजार वैक्सीन लगाई जा रही है, जल्द ही ये क्षमता 60 हजार तक पहुंच जाएगी. दिल्ली के लोगों को सरकारी अस्पतालों में वैक्सीन आगे भी मुफ्त मिलती रहेगी. इस योजना का नाम 'आम आदमी निशुल्क कोविड योजना' रखा गया है.दिल्ली में अगले साल से महिला मोहल्ला क्लीनिक की शुरुआत की जाएगी. जिसमें महिलाओं से जुड़ी बीमारियों के स्पेशलिस्ट डॉक्टरों को तैनात किया जाएगा. शुरू में सौ ऐसे क्लीनिक खोले जाएंगे, जिन्हें बाद में बढ़ाया जाएगा. दिल्ली के हर नागरिक को हेल्थ कार्ड दिया जाएगा.