नई दिल्ली:मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने नए साल पर दिल्लीवालों को 50 नई लो फ्लोर इलेक्ट्रिक एसी बसों को राजघाट डीटीसी डिपो से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. ये बसें सात रूटों पर चलाई जाएंगी. सभी बसों में जीपीएस, सीसीटीवी, व्हील चेयर की सुविधा के साथ महिलाओं के लिए पिंक सीट, वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगजनों के लिए सीट उपलब्ध है. (Arvind Kejriwal gifts 50 new low floor electric AC buses)
इस मौके पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं दिल्ली में प्रदूषण मुक्त, सुरक्षित और अधिक सुविधाजनक सार्वजनिक परिवहन के नए युग में दिल्लीवासियों का स्वागत करता हूं. सार्वजनिक परिवहन के बेड़े में 50 नई लो फ्लोर इलेक्ट्रिक बसें शामिल की जा रही हैं और अब दिल्ली में 300 इलेक्ट्रिक बसें हो गई हैं. वर्तमान में दिल्ली की सड़कों पर कुल 7379 बसें दौड़ रही हैं, जो अब तक की सबसे अधिक बसों की संख्या है. सीएम ने कहा कि हम डीएमआरसी की 100 इलेक्ट्रिक बसों को भी टेकओवर कर रहे हैं और अब दिल्ली सरकार ही डीएमआरसी की फीडर बसें चलाएगी.
इस दौरान दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत और दिल्ली परिवहन निगम के वरिष्ठ अधिकारी समेत अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे. यह सभी इलेक्ट्रिक बसें रोहिणी सेक्टर 37 स्थित बस डिपो में ठहरेंगी और दिल्ली के सात अलग-अलग रूटों पर चलाई जाएंगी. यह 12 मीटर लंबी लो फ्लोर इलेक्ट्रिक बसें हैं. इन बसों में यात्रियों की सुविधा का विशेष ख्याल रखा गया है. बस में जीपीएस, सीसीटीवी, व्हील चेयर, महिलाओं के लिए 25 फीसद पिंक सीट व वरिष्ठ नागरिकों के लिए सीट है. नेत्रहीन लोगों के लिए विशेष सुविधा के साथ दिव्यांगजनों के लिए हर बस में 4 सीट है.
कुल 7379 बसों में से 4060 से डीटीसी के अंतर्गत है और क्लस्टर में 3319 बसें डीआईएमटीएस (दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टीमॉडल ट्रांजिट सिस्टम्स) के तहत संचालित की जा रही हैं. सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अभी तक हमारे पास कुल 300 इलेक्ट्रिक बसें हो चुकी हैं. डीएमआरसी भी 100 इलेक्ट्रिक बसों को संचालित करता है, लेकिन इन बसों को डीएमआरसी ठीक से चला नहीं पा रहा है. इसलिए दिल्ली सरकार ने डीएमआरसी की 100 बसों को टेकओवर करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. डीएमआरसी के फीडर रूट्स पर दिल्ली सरकार ही इन बसों को संचालित करेगी.