नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार आज पार्टी मुख्यालय में प्रेस को संबोधित किया. चुनावों के मद्देनजर आम आदमी पार्टी की रणनीतियों पर उन्होंने खुलकर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा, 'दिल्ली वालों के पास आधे वोट का अधिकार है.'
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'इस बार लोगों ने ठान लिया है कि प्रधानमंत्री बनाने के लिए नहीं, बल्कि पूर्ण राज्य के लिए वोट देंगे. उन्होंने कहा कि पिछले 70 सालों से दिल्ली के लोगों के साथ अन्याय हो रहा है.'
अरविंद केजरीवाल ने इसका भी जिक्र किया कि बाबा साहब ने संविधान बनाया था, हर आदमी को एक वोट का अधिकार मिला था. आज पूरे देश के पास एक वोट का अधिकार है, लेकिन दिल्ली वालों के पास आधे वोट का अधिकार है.
उन्होंने कहा कि दिल्ली वालों के वोट की कीमत भी पूरी हो इसके लिए पूर्ण राज्य जरूरी है. दिल्ली के लोगों द्वारा दिए जाने वाले टैक्स की बात करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मुंबई के बाद दिल्ली के लोग केंद्र को सबसे ज्यादा टैक्स देते हैं, लेकिन उसके बदले में दिल्ली वालों को मात्र 325 करोड रुपए मिलते हैं.
अपनी सरकार के द्वारा किए गए कार्यों का जिक्र करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'हमें जनता ने भारी बहुमत दिया था, हमने बेहतर तरीके से काम भी किया. इसमें केंद्र सरकार ने अडंगा लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. दिल्ली सरकार के पास पुलिस नहीं होने की बात करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली की गली-गली में आज नशा बिक रहा है. शराब बिक रही है. पुलिस हमारी बात नहीं सुनती है, पुलिस गृह मंत्री और प्रधानमंत्री के अंडर आती है और उनके पास समय नहीं है कि दिल्ली के लोगों की व्यथा सुने.'
अरविंद केजरीवाल ने यह भी कहा कि अगर पूर्ण राज बनता है और दिल्ली पुलिस हमारे अधीन आती है, तो रात के 11 बजे भी अगर कोई लड़की बाहर निकलेगी तो किसी की मजाल नहीं होगी कि उसकी तरफ आंख उठाकर देखे. उन्होंने अभी कहा कि पूर्ण राज्य मिलने के बाद नौकरियों में 85 फीसदी हिस्सेदारी दिल्ली वालों को मिलेगी, साथ ही कॉलेजों की 85 फीसदी सीटों पर भी दिल्ली के छात्रों का हक होगा.