नई दिल्ली: कला और संस्कृति के क्षेत्र में देश की जानी-मानी अकादेमी ललित कला में करीब 10 साल बाद महा परिषद की बैठक का आयोजन किया गया. इस बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए. खासतौर पर उपाध्यक्ष का पद जो सालों से खाली पड़ा हुआ था उस पर शिमला के चित्रकार नंदलाल ठाकुर की नियुक्ति हुई. इस मौके पर ईटीवी भारत से खास बातचीत में ललित कला अकादेमी के अध्यक्ष डॉ. उत्तम पाचारणे ने बताया कि इस बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए. जिसमें उपाध्यक्ष पद के लिए सर्वसम्मति से शिमला के चित्रकार नंदलाल ठाकुर को नियुक्त किया गया है. साथ ही एक एग्जीक्यूटिव बोर्ड का गठन किया गया है. जिसमें 9 सदस्यों का चुनाव हुआ है, यह सभी सदस्य कला और संस्कृति के क्षेत्र से ही जुड़े हुए हैं. इसके साथ ही एक फाइनेंस कमेटी का भी गठन हुआ है जिसमें 3 सदस्यों का चुनाव किया गया है.
ललित कला अकादेमी की बैठक में सदस्यों का चुनाव हुआ
बोर्ड में महिला सदस्यों की भी हुई नियुक्ति
उन्होंने बताया कि इस मीटिंग में 'समकालीन 51' नाम से एक पुस्तक का भी विमोचन जनरल काउंसिल की ज्वाइंट सेक्रेटरी निरुपमा के द्वारा किया गया. खास बात यह रही कि इस मीटिंग के दौरान जिन सदस्यों का चुनाव हुआ है उसमें 4 महिला सदस्यों का भी चुनाव किया गया है. जिसके बाद कला और संस्कृति के क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी भी बढ़ेगी.
देशभर में चार रीजनल सेंटर खोले जाएंगे
इसके साथ ही अकादेमी के अध्यक्ष ने जानकारी दी कि साल 2021 में अकादेमी अपने 75 साल पूरे करने जा रही है. इसी मौके पर जल्द ही चार नए रीजनल सेंटर देशभर में खोलने जा रहे हैं. जिसमें महाराष्ट्र के पुणे, कर्नाटक के हुबली, गुजरात के अहमदाबाद और त्रिपुरा के अगरतला में 4 रीजनल सेंटर खोले जाएंगे.
कलाकारों के बेहतर भविष्य के लिए करूंगा काम:नंदलाल
ललित कला अकादेमी के नव निर्वाचित उपाध्यक्ष नंदलाल ठाकुर ने इस पद के लिए अकादेमी के अध्यक्ष का धन्यवाद करते हुए कहा कि अब वो आगे तमाम कलाकारों और कला से जुड़े लोगों के लिए काम करेंगे और कोशिश करेंगे कि हर एक कलाकार को इससे लाभ पहुंचे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जो स्कॉलरशिप और सम्मान किसी कारण वर्ष कलाकारों के रुके हुए थे उसको लेकर काम करेंगे और जिन जिन कलाओं का पब्लिकेशन रुका हुआ था उस क्षेत्र में वह आगे बढ़ेंगे. इसके साथ ही इस मौके पर अकादेमी के सचिव प्रभारी रामाकृष्ण वेदाला ने कहा की महत्वपूर्ण बैठक काफी सालों बाद हुई है. जिसमें सर्वसम्मति से महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं, और चुने गए सभी सदस्य कला के क्षेत्र में कलाकारों के लिए बेहतर से बेहतर काम करेंगे.