नई दिल्ली: देश में बुधवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने आगामी लोकसभा चुनाव के पहले मोदी सरकार 2.0 का बजट पेश किया. जहां एक तरफ लोकसभा में वित्त मंत्री, शिक्षा के क्षेत्र के लिए घोषणाएं कर रही थीं. वहीं दूसरी तरफ छात्रों का भविष्य संवारने वाले दीन दयाल उपाध्याय कॉलेज के प्रोफेसर कक्षाएं बंद कर धरना प्रदर्शन कर रहे थे. इस धरना प्रदर्शन में दीन दयाल उपाध्याय (डीडीयू) के प्रोफेसर और कॉलेज स्टाफ भी शामिल हुए.
प्रदर्शन में शामिल प्रोफेसरों ने बताया कि उन्हें बीते चार महीने से सैलरी नहीं मिली है. इसके चलते उनका जीवन यापन करना मुश्किल हो गया है और उन्हें पैसे उधार लेकर काम चलाना पड़ रहा है. प्रदर्शन में शामिल डीडीयू के एक प्रोफेसर ने कहा, आज हमारे प्रदर्शन को जो समर्थन मिला है, आगे भी हम वैसा ही समर्थन चाहते हैं. बता दें कि ये प्रोफेसर पहले भी सैलरी के मुद्दे को लेकर धरना प्रदर्शन कर चुके हैं.
दरअसल, दिल्ली सरकार द्वारा वित्त पोषित इस कॉलेज में पढ़ाने वाले प्रोफेसरों का कहना है कि बीते चार माह से प्रोफेसरों को सैलरी नहीं दी गई है. वह चाहते हैं कि उनकी सैलरी रिलीज की जाए. प्रोफेसरों ने कहा कि केजरीवाल सरकार के तीसरे कार्यकाल में विगत तीन वर्षों से अनियमित रूप से राशि जारी की जा रही है. इसके चलते सेवानिवृत्त कर्मचारियों को देय राशि का भुगतान नहीं हो रहा है. केजरीवाल सरकार ने पिछले साल सितंबर तक का ही वेतन दिया है.