नई दिल्ली: किसान की खेती की जमीन लोगों को बेचने के नाम पर उनसे ठगी करने वाले एक शख्स को आर्थिक अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया है. आरोपी की पहचान पंकज कुमार अग्रवाल के रूप में की गई है. उसके एक साथी पंकज दयाल को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. आरोपी ने फर्जीवाड़ा करने के लिए फर्जी दस्तावेज भी बना रखे थे जिन्हें दिखाकर वह लोगों को झांसे में लेता था.
इस तरह दिया फर्जीवाड़े को अंजाम
संयुक्त आयुक्त ओपी मिश्रा के अनुसार पंकज कुमार अग्रवाल ने साजिश के तहत पंकज दयाल और संदीप कुमार के साथ मिलकर इस पूरे फर्जीवाड़े को अंजाम दिया. उन्होंने लोगों को बताया कि उनकी कंपनी एमेनिटी प्रोमोटर्स प्राइवेट लिमिटेड कापससेड़ा के झटीकरा गांव में 5.06 एकड़ की जमीन खरीद रही है. इसके लिए 3 करोड़ रुपए उन्होंने एडवांस भी जमीन मालिक को दे दिए हैं. उन्होंने आगे यह जमीन बेचनी चाही. पंकज दयाल और पंकज कुमार अग्रवाल इस कंपनी में बैंक खाते में हस्ताक्षर करते थे. वहीं संदीप कुमार और पंकज कुमार अग्रवाल इस कंपनी में निदेशक थे.
एमओयू साइन कर किया फर्जीवाड़ा
पंकज दयाल ने कंपनी की तरफ से एक एमओयू साइन किया और 3 करोड़ रुपए आरोपी पंकज अग्रवाल की कंपनी से ले लिए. इसमें 95 लाख रुपए आरटीजीएस से जबकि बकाया राशि नगद में ली गई थी. उसी दिन इस 95 लाख रुपये की रकम को कंपनी के अकाउंट से उसने ट्रांसफर कर अपने निजी काम के लिए इस्तेमाल किया. इस मामले में आर्थिक अपराध शाखा के इंस्पेक्टर कुलबीर लोहान की टीम ने जसोला डिस्ट्रिक्ट सेंटर स्थित दफ्तर से आरोपी पंकज अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं इस मामले में पंकज दयाल को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है.
आरोपी के खिलाफ दर्ज हैं दो FIR
गिरफ्तार किया गया पंकज कुमार अग्रवाल कॉमर्स ग्रेजुएट है. वह पंकज दयाल के साथ रियल एस्टेट का कारोबार करता था. उसने कई कंपनियां बनाई और उसमें निदेशक और शेयर होल्डर बन गया. उसने लोगों को झांसा दिया कि वह जमीन खरीदें और इस तरह उनसे धोखाधड़ी की. उसके खिलाफ 2014 में जहां वसंत विहार थाने में एफआईआर दर्ज हुई थी तो वहीं 2018 में आर्थिक अपराध शाखा में जालसाजी की एफआईआर दर्ज हुई थी.