नई दिल्ली:मानसून के महीने में प्रकृति के अद्भुत रूप देखने को मिलते हैं. हर तरफ पेड़ पौधे और फूल चहकते नजर आते हैं. नेचर की इस खूबसूरती को कई लोग अपने कैमरे में उतारते हैं, तो कई इस अद्भुत दृश्य को आंखों में कैद कर लेते हैं. वहीं चित्रकला के कई प्रेमी प्रकृति के इस अनूठी खूबसूरती को कैनवास पर रंगों के माध्यम से हुबहू उतार देते हैं. ऐसी ही एक चित्रकला प्रदर्शनी का आयोजन दिल्ली के लोधी रोड स्थित इंडिया हैबिटेट सेंटर में किया गया है.
आर्ट क्यूरेटर अशोक बलदोडिया ने बताया कि उनको बचपन से ही पेंटिंग का शौक था. उन्होंने BA तक की पढ़ाई की है, लेकिन उनके जीवनयापन का मुख्य श्रोत अब ये पेंटिंग ही है, जिनकी सेल से उनकी ठीक ठाक कमाई हो जाती है. प्रदर्शनी में लगी सभी पेंटिंग में लैंडस्केप का मुख्य ध्यान रखा है. साथ ही हर चित्र में रंगों का बखूबी इस्तेमाल किया है, जो देखने में कई चित्रों को 3D इफेक्ट की तरह उभरता है.
नेचर ही शिव और शक्ति: आर्टिस्ट ने बताया कि एक सफल चित्रकार होने के पीछे उनके स्कूल से मिले कला अध्यापकों की मुख्य भूमिका है. अपनी पसंदीदा पेंटिंग जिसमें एक पेड़ पर चांद और उसके नीचे खड़े शेर का विवरण देते हुए अशोक ने बताया कि इसमें उन्होंने भगवान शिव और शेर के रूप में शक्ति को दिखाने की कोशिश की है. उनका मानना है कि नेचर ही शिव और शक्ति है.