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हिट एंड रन कानून को लेकर ऑल इंडिया मोटर एवं गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने पीएम व गृह मंत्री से लगाई गुहार

All India Motor and Goods Transport Association: ऑल इंडिया मोटर एवं गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने हिट एंड रन कानून के संबंध में पीएम व गृह मंत्री को पत्र लिखकर इस बारे में पुनर्विचार किए जाने की अपील की है.

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jan 1, 2024, 9:55 PM IST

राजेंद्र कपूर

नई दिल्ली: ऑल इंडिया मोटर एवं गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने हिट एंड रन कानून को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी मोदी व गृह मंत्री अमित शाह के साथ ही लोकसभा और राज्यसभा सदस्यों को अपनी चिंताओं के विषय में अवगत कराया है. साथ ही इस कानून पर पुनर्विचार करने की अपील की है. ऑल इंडिया मोटर एवं गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र कपूर ने इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रपति को पत्र भी भेजा है.

उन्होंने कहा है कि सरकार के इस फैसले से और भ्रष्टाचार बढ़ेगा. हिट एंड रन के मामले में कोई भी ड्राइवर जान-बूझकर एक्सीडेंट नहीं करता है. हमने कई बार देखा है कि जब बड़ी गाड़ी किसी छोटी गाड़ी से टकरा जाती है तो लोग ड्राइवर की जमकर पिटाई कर देते हैं. कुछ लोग इसका गलत फायदा भी उठाते हैं. इसलिए ऐसे कानून को अभी लागू न किया जाए जो ड्राइवर के हित में नहीं है.

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ईटीवी भारत से बात करते हुए राजेंद्र कपूर ने कहा कि हम सड़क सुरक्षा और जवाबदेही में विश्वास रखते हैं, लेकिन हम हजारों मेहनती व्यक्तियों की जीविका का भी समर्थन करते हैं. हमें हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से बहुत अधिक उम्मीदें हैं. हमें विश्वास है कि इस क़ानून में संशोधन को लेकर परिवहन संस्थाओं के साथ विचार-विमर्श करते हुए वे इस पर पुनर्विचार करेंगे. जिससे कि न्याय प्रक्रिया भी आहत न हो और परिवहन व्यवसाय से जुड़े लगभग बीस करोड़ लोगों पर भी इसका बुरा असर न पड़े.
राजेंद्र कपूर ने कहा है कि हम लोग पहले ही प्रधानमंत्री को पत्र लिख चुके हैं. मंगलवार को सभी ट्रांसपोर्ट एसोसिएशंस के साथ हमारी वर्चुअल मीटिंग होने वाली है. उसके बाद जो भी फैसला होगा उस पर अमल किया जाएगा. सरकार का यह फैसला जल्दबाजी में लिया गया है. इस पर विचार करने की जरूरत है. इसके साथ ही इसमें ट्रांसपोर्ट व्यवसाय से जुड़े लोगों की राय भी नहीं ली गई है.

अभी हमारी तरफ से कोई हड़ताल नहीं की गई है लेकिन जो ड्राइवर हड़ताल पर चले गए हैं उनकी वजह से काम-धंधा प्रभावित हो रहा है. जिससे अर्थव्यवस्था पर भी फर्क पड़ेगा. अगर सारे ड्राइवर हड़ताल पर उतर गए तो निश्चित तौर पर यह एक बड़ी हड़ताल हो सकती है. लेकिन अभी हम सरकार से आग्रह करते हैं कि इस कानून को लागू करने से पहले विचार किया जाए, रायशुमारी की जाए.

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