नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली में प्रदूषण की रोकथाम के लिए केजरीवाल सरकार की ओर से 365 दिन काम करने की योजना बनाई गई. गर्मियों के सीजन में समर एक्शन प्लान बनाकर पौधरोपण के साथ अन्य काम किए गए. जबकि, सर्दियों के लिए मुख्यमंत्री केजरीवाल ने 15 सूत्रीय विंटर एक्शन प्लान लागू किया. इसके तहत दर्जनों योजनाएं बनाई गई. दिल्ली के सभी मंत्री समेत डेढ़ हजार से अधिक टीमें प्रदूषण रोकथाम के लिए सड़क पर उतरे, लेकिन लोगों को इससे विशेष राहत नहीं मिली. सर्दियों के दौरान पूरी दिल्ली प्रदूषण से कराहती रही.
वर्षा या तेज हवा ने दी प्रदूषण से राहतःदिल्ली गैस का चैंबर बन चुकी है. सर्दियों के दिनों में प्रदूषण का स्तर (एक्यूआई) ज्यादातर दिनों में 300 से अधिक रहा. अस्थमा, फेफड़े व दिल के मरीजों के साथ अन्य लोगों को भी आंखों में जलन, सांस लेने में परेशानी समेत अन्य समस्याएं झेलनी पड़ रही है. मुख्यमंत्री केजरीवाल व पर्यावरण मंत्री गोपाल राय की ओर से दावा किया गया कि पिछले आठ सालों में लगातार प्रदूषण कम हो रहा है. प्रदूषण की स्थिति में थोड़ा सुधार हुआ है, लेकिन अभी भी लोगों को प्रदूषण से राहत नहीं मिली है.
दिल्ली सरकार की ओर से प्रदूषण की रोकथाम को लेकर विभिन्न अभियान चलाए गए. इन अभियानों व तमाम प्रयासों से दिल्ली में प्रदूषण बहुत ज्यादा कम नहीं हुआ. जब भी दिल्ली में तेज हवा चला या वर्षा हुई तभी लोगों को प्रदूषण से राहत मिली. हवा की रफ्तार कम होते या वर्षा बंद होने के बाद दोबारा प्रदूषण बढ़ गया. अक्टूबर से नवंबर के बीच पंजाब और हरियाणा में पराली भी जलाई गई. इससे भी दिल्ली में कुछ हद तक प्रदूषण हुआ.
15 सूत्रीय विंटर एक्शन प्लान लागू:सीएम केजरीवाल ने 29 सितंबर को दिल्ली में प्रदूषण की रोकथाम के लिए विंटर एक्शन प्लान लागू किया, जिसमें दिल्ली के सबसे ज्यादा प्रदूषि 13 इलाकों की निगरानी के लिए अलग अलग टीमें बनाई गई. पराली न जलाई जाए इसके लिए बायो डीकंपोजर का प्रयोग किया गया. धूल और धुएं से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए विभिन्न योजनाएं बनाई गई, उन पर काम भी हुआ. लोगों को प्रदूषण से विशेष राहत नहीं मिली. दिल्ली में इस साल अक्टूबर 2023 तक डीजल की 10 साल व पेट्रोल की 15 साल से अधिक पुरानी 14,885 गाड़ियों को जब्त किया गया.
ग्रैप को लेकर कब क्या हुआः
- एक अक्टूबर को दिल्ली एनसीआर में ग्रेडेट रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) लागू किया गया.
- 21 क्टूबर को ग्रैप 2 लागू किया गया, जिसके तहत होटल, ढाबों पर कोयले व लकड़ी के प्रयोग पर रोक लगाई गई.
- तीन नवंबर को ग्रैप 3 लागू किया गया, जिसके तहत दिल्ली में बीएस-3 पेट्रोल व बीएस 4 डीजल वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई.
- 5 नवंबर को ग्रैप 4 लागू कर दिया गया. सभी निर्माण कार्य पर प्रतिबंध लग गया. 19 नवंबर को ग्रैप 4 हटा दिया गया.
- 29 नवंबर को प्रदूषण कम होने पर ग्रैप 3 की पाबंदियों को हटा लिया गया. अभी ग्रैप 1 व ग्रैप 2 की पाबंदियां लागू है.
- ग्रैप के नियमों का पालन कराने और निगराने के लिए 6 उच्च अधिकारियों की कमेटी भी बनाई गई है.