नई दिल्ली: लोकसभा चुनावों की सुगबुगाहट होते ही दिल्ली में सत्तारुढ़ आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के साथ गठबंधन की कोशिशें तेज कर दी थी. केजरीवाल ने कई बार खुले मंच से ये बात दोहराई, लेकिन कांग्रेस ने साफ मना कर दिया.
अब इस मामले पर आप की विधायक अलका लांबा ने प्रतिक्रिया दी है. अलका लांबा ने इस आशय की जानकारी अपने आधिकारिक टिवटर अकाउंट पर दी है. उन्होंने लिखा कि, कांग्रेस सम्मानजनक गठबंधन चाहती है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की शर्तें जायज है.
बीजेपी को हराना दिल्ली-देश के लिए जरूरी
अलका ने कहा कि अगर आप कांग्रेस की शर्तों पर गठबंधन करने को तैयार है तो फिर देखना होगा कि वो अपने कौन से 3-4 घोषित उम्मीदवारों की बलि चढ़ाएगी. उन्होंने कहा कि, जो कल तक असंभव था, आज संभव होता दिख रहा है. अलका ने कहा कि बीजेपी को हराना दिल्ली और देश के लिए जरूरी है.
कांग्रेस ने किया है गठबंधन से मना
आपको बता दें कि पिछले काफी समय से दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल कांग्रेस के साथ गठबंधन के लिए आतुर दिख रहे हैं. उन्होंने कई मौकों पर इस बात को जनसभाओं में भी दोहराया. हालांकि राहुल गांधी ने दिल्ली के वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं से बैठक करने के बाद तमाम अटकलों पर विराम लगा दिया. हालांकि पार्टी का एक धड़ा अब गठबंधन के लिए तैयार है. इसके लिए एक सर्वे भी चल रहा है.
पार्टी में हाशिए पर चल रही हैं अलका लांबा
गौरतलब है कि, अलका लांबा के इस बयान के भी कई मायने निकाले जा रहे हैं. आपको बता दें कि अलका लांबा पिछले काफी समय से पार्टी से हाशिए पर चल रही हैं. उनको केजरीवाल ने एक तरह से बॉयकाट कर रखा है. उन्होंने कई मौके पर इसे स्वीकार भी किया है.
अलका ने कांग्रेस में जाने की जताई है इच्छा
हाल ही में जब उनसे कांग्रेस में जाने के बाबत पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ऐसा कोई प्रपोजल अभी तक नहीं आया है, लेकिन अगर उनसे कहा जाता है तो ये उनके लिए सम्मान की बात होगी. आपको बता दें कि, अलका लांबा छात्र जीवन में दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्रसंघ अध्यक्ष रही थीं कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई से. इसके बाद वो सालों तक कांग्रेस के साथ जुड़ी रहीं थीं.