नई दिल्ली: प्रदूषण की रोकथाम के लिए दिल्ली सरकार की ओर से तमाम उपाय किए जा रहे हैं, लेकिन लोगों को ज्यादा राहत नहीं मिल पा रहा है. लेकिन पिछले तीन माह में बारिश ने छह बार प्रदूषण धूल दिया जिससे लोगों को स्वच्छ हवा में सांस लेने का मौका मिला. तेज हवा चलने या बारिश होने पर ही लोगों को प्रदूषण मुक्त हवा मिलने की उम्मीद है.
बारिश ने 11 माह बाद अगस्त में मिली थी प्रदूषण से राहत
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों पर गौर करें तो 10 अक्टूबर 2022 को वर्षा के कारण दिल्ली में प्रदूषण धुल गया था. एक्यूआई 44 दर्ज किया गया था. इसके 11 माह बाद 1 अगस्त 2023 को बारिश होने से प्रदूषण धुल गया. इसके बाद दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 92 दर्ज किया गया. जी 20 शिखर सम्मेलन के दौरान वर्षा से लोगों को प्रदूषण से राहत मिली. 10 सितंबर 2023 को दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 45 दर्ज किया गया. 11, 16 और 107 सितंबर को भी एक्यूआई 100 से नीचे यानी संतोषजनक श्रेणी में रहा.
बारिश ने फिर धुल दिया वायुमंडल से प्रदूषण
सोमवार यानी 16 अक्टूबर की रात झमाझम बारिश के बाद वायुमंडल से प्रदूषण धूल गया. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से मंगलवार शाम 4:00 बजे जारी किए गए आंकड़े देखें तो दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 89 दर्ज किया गया. यानी प्रदूषण का स्तर संतोषजनक श्रेणी में पहुंच गया.
फिर बढ़ने लगा एक्यूआई
बारिश बंद होने के बाद धूप होने लगी है. इसके साथ ही एक्यूआई भी बढ़ने लगा है. बुधवार सुबह दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 130 दर्ज किया गया. दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रोफेसर और पर्यावरणविद डॉ. जितेंद्र नागर का कहना है कि स्थानीय कारण जैसे वाहनों का दबाव निर्माण कार्य और सड़कों से उड़ने वाली धूल के कारण हवा की गुणवत्ता खराब होने लगी है, जिसकी वजह से एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़ रहा है.