नई दिल्ली: राजधानी में करीब करीब 10 साल बाद लो फ्लोर बसें सड़कों पर उतरेंगी. सभी बसें एयर कंडीशन होंगी. शुक्रवार शाम 4 बजे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तथा दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत इन बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे.
सीएम केजरीवाल दिखाएंगे बसों को हरी झंडी वर्ष 2010 के बाद नहीं आईं थी लो फ्लोर बसेंवर्ष 2010 में हुए राष्ट्रमंडल खेल से पहले डीटीसी के बेड़े में लो फ्लोर बसों को शामिल करने का फैसला लिया था, वहीं बसें आज सड़कों पर दौड़ रही है. आधुनिक सुविधा से लैस और सीएनजी की लो फ्लोर एसी बसें तभी तक डीटीसी के बेड़े में शामिल हुई थी. राष्ट्रमंडल खेल खत्म होने के बाद एक भी नई लो फ्लोर बसें दिल्ली में नहीं आई.
'आप' सरकार के कार्यकाल में मात्र 529 बसें आई
वर्ष 2013 तक कांग्रेस की सरकार और उसके बाद आम आदमी पार्टी की सरकार लो फ्लोर बसें नहीं खरीद पाई. कलस्टर स्कीम के तहत अभी तक मात्र 529 स्टैंडर्ड फ्लोर बसें परिवहन सेवा में शामिल हुई हैं. आज सौ लो फ्लोर बसें बेड़े में शामिल होंगी.
'बसों की कमी होगी जल्द दूर'
परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत के अनुसार दिल्ली में बसों की कमी को बहुत जल्द दूर किया जाएगा. पिछले दिनों चुनाव आचार संहिता लागू होने से पहले 529 नई बसें आ चुकी थी और जल्द ही फिर से नई बसों के आने का सिलसिला शुरू हो जाएगा. आज से सड़कों पर लाल, हरी और ऑरेंज बसों रंग की बसों के अलावा नीली रंग की एयर कंडीशन बसें भी सड़कों पर आने के लिए तैयार है.
राजघाट डिपो से मुख्यमंत्री करेंगे हरी झंडी दिखाकर रवाना
नई लो फ्लोर एसी बसें राजघाट डिपो में खड़ी है. शाम 4 बजे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इसे हरी झंडी दिखाएंगे. इस साल 4000 से ज्यादा बसों को लाने का टारगेट रखा गया है. इनमें क्लस्टर स्कीम और डीटीसी की बसें होंगी. लो फ्लोर की सभी एसी बस में सीसीटीवी कैमरे, पैनिक बटन, दिव्यांगों के चढ़ने के लिए रैंप आदि बने हुए हैं. मौजूदा बसों की तरह इसमें मॉनिटरिंग के लिए जीपीएस भी लैस है.
बता दें कि दिल्ली सरकार जल्द ही सड़कों पर इलेक्ट्रिक बसें उतारने की कोशिश में है. केंद्र सरकार ने अभी डीटीसी को 300 इलेक्ट्रिक बसें खरीदने के लिए मंजूरी दी है.