नई दिल्ली:विश्वास नगर के एक कमरे में कुछ कंपनियां खोल कर 7 बैंक खाते खोले गए. नोटबंदी होते ही इन बैंक खातों में लगभग 9 करोड़ रुपए आए, जिसे देखकर आयकर विभाग भी हैरान रह गया. उन्होंने जब जांच की तो पता चला कि नोटबंदी में काले धन को सफेद करने का ये प्रयास किया गया है. उनकी शिकायत पर आर्थिक अपराध शाखा ने आरोपी गौरव सिंघल को गिरफ्तार कर लिया है. वो बीते चार साल से फरार चल रहा था.
संयुक्त आयुक्त ओपी मिश्रा के अनुसार आयकर अधिकारी राजेश गुप्ता की तरफ से आर्थिक अपराध शाखा को एक शिकायत दी गई थी. इसमें बताया गया कि 9 नवंबर 2016 से 30 दिसंबर 2016 के बीच कुछ बैंक खातों में 9 करोड़ रुपये जमा कराए गए हैं.
बैंक से जानकारी जुटाई गई तो पता चला कि शाहदरा के विश्वास नगर में कारोबार कर रहे कुछ लोगों के बैंक खाते हैं. इस बिल्डिंग से कई कारोबार किए जा रहे थे. बैंक खातों में मौजूद दस्तावेजों की जांच की गई तो इनमें से एक आरोपी की पहचान गौरव सिंघल के रूप में हुई.
फर्जी दस्तावेजों पर खोले गए बैंक खाते
आरोपी गौरव सिंघल ने आयकर विभाग को अपना बयान दर्ज कराया. उसने बताया कि फर्जी दस्तावेजों जैसे वोटर कार्ड, पैन कार्ड आदि पर उसने ये बैंक खाते खोले थे, जिसमें ये रकम आ रही थी. आयकर विभाग की शिकायत पर आर्थिक अपराध शाखा में मामला दर्ज किया गया.