नई दिल्ली: दिल्ली यूनिवर्सिटी में छात्र संघ चुनाव का बिगुल बज गया है. छात्र संघ चुनाव को लेकर 22 सितंबर को वोटिंग की जाएगी. साल 2019 में विजयी हुई एबीवीपी इस बार भी पूरे जोश से छात्र संघ चुनाव लड़ने के लिए अपने उम्मीदवार को मैदान में उतारने जा रही है. बीते दिनों एबीवीपी ने डूसू चुनाव समिति की घोषणा की थी. यह चुनाव समिति 4 सीट के लिए उम्मीदवारों की घोषणा करेगी. हालांकि, इसके पहले एबीवीपी की चुनाव समिति संभावित उम्मीदवारों को प्री- कैंपेन के लिए मैदान में उतारेगी. यह उम्मीदवार डीयू के कॉलेज में जाएंगे और छात्रों से मिलेंगे और उनकी समस्या को समझेंगे.
एबीवीपी के राष्ट्रीय मीडिया संयोजक आशुतोष सिंह ने बताया कि एबीवीपी की तरफ से 10 से ज्यादा संभावित उम्मीदवार कॉलेज में छात्रों से बात करेंगे. इन उम्मीदवार में से ही बेस्ट चार छात्र संघ चुनाव के लिए उम्मीदवार के तौर पर चुने जाएंगे. उन्होंने बताया कि 6 उम्मीदवार नामांकन करेंगे. हालांकि, जब 4 उम्मीदवार की लिस्ट जारी की जाएगी तो 2 लोग अपना नाम वापिस लेंगे. एबीवीपी की चुनाव समिति एक दर्जन उम्मीदवारों का प्री कैंपेन में प्रदर्शन का आकलन भी करेगी. एबीवीपी चार सीट जीतने का दावा कर रही है. साल 2019 में एबीवीपी ने तीन सीट जीत कर अपना दबदबा कायम किया था.
एबीवीपी की चुनाव समिति में इन्हें मिली जिम्मेदारी
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अभिषेक टंडन को अभाविप डूसू चुनाव समिति का अध्यक्ष बनाया गया है. अभाविप की अखिल भारतीय छात्रा प्रमुख मनु शर्मा कटारिया, केंद्रीय कार्यसमिति सदस्य निधि त्रिपाठी, क्षेत्रीय छात्रा प्रमुख प्रिया शर्मा, प्रदेश मंत्री हर्ष अत्री, डूसू अध्यक्ष अक्षित दहिया, उत्तरी विभाग प्रमुख ललित पांडेय, विभाग संगठन मंत्री विपिन उनियाल शामिल हैं. इन सभी के द्वारा छात्र संघ चुनाव में संभावित उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा के लिए बैठक भी शुरू हो गई हैं.