नई दिल्ली: यूजीसी के चेयरमैन जगदीश कुमार से सोमवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की है. प्रतिनिधिमंडल ने यूजीसी के चेयरमैन के सामने जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय द्वारा सभी पाठ्यक्रमों में सीयूईटी के माध्यम से प्रवेश न देने के विषय को उठाया.
एबीवीपी ने यूजीसी चेयरमेन से कहा है कि सिर्फ 20 कोर्स में नहीं बल्कि, सभी कोर्स में कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेस टेस्ट के आधार पर प्रवेश प्रक्रिया की जाए. साथ ही प्रतिनिधिमंडल ने जामिया विश्वविद्यालय द्वारा लोकतांत्रिक प्रदर्शन करने पर 'कारण बताओ नोटिस' जारी कर छात्रों को मानसिक रूप प्रताड़ित करने का विषय संज्ञान में लेने की मांग की. एबीवीपी ने इस संबंध में एक ज्ञापन भी दिया है. वहीं, यूजीसी के चेयरमेन ने भरोसा दिलाया है कि जो संभव होगा वह किया जाएगा.
जामिया में CUET के तहत हो दाखिला:एबीवीपी की अगुवाई में बीते कुछ दिनों पहले जामिया विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया था. प्रदर्शन का मुद्दा था कि सभी कोर्स में कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेस टेस्ट के माध्यम से दाखिला प्रक्रिया की जाए. एबीवीपी कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन के बाद जामिया ने उन्हें भरोसा दिलाया और उनकी मांगों पर विचार करने की बात कहीं थी.
ज्ञात हो कि सीयूईटी द्वारा सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में स्नातक के पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए सीयूईटी की अनिवार्यता है. जबकि जामिया प्रशासन केवल सीयूईटी द्वारा 20 पाठ्यक्रमों (15 स्नातक और 5 परास्नातक) में प्रवेश दे रहा है. इस संबध में अभाविप की जामिया इकाई ने बीते 14 मार्च को जामिया प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था, जिसके बाद जामिया प्रशासन ने चार छात्रों को ‘कारण बताओ नोटिस’ जारी कर दिया. साथी ही सीयूईटी की मांग करने वाले विद्यार्थियों को लगातार प्रताड़ित कर रही. वहीं जामिया प्रशासन छात्रों को दिए अपने आश्वासन से भी मुकर रहा है.