नई दिल्ली: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल का इस्तीफा मांगने के लिए बड़ी संख्या में आपकी अपनी पार्टी (पीपल्स) के कार्यकर्ता मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचे. इनका आरोप है कि अरविंद केजरीवाल अपने सभी 70 वायदों में फैल रहे हैं. इसलिए उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. प्रोटेस्ट की अगुवाई आपकी अपनी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामवीर चौहान कर रहे थे.
सीएम केजरीवाल से इस्तीफे की मांग सीएम आवास के बाहर किया प्रदर्शन
राजधानी दिल्ली में सियासी पारा पूरी तरीके से गरमाया हुआ है. लगातार आरोप और प्रत्यारोप का दौर जारी है. ऐसे में सभी पार्टियों का निशाना केजरीवाल सरकार है. दिल्ली सरकार पर लगातार चारों तरफ से आरोपों की बारिश की जा रही है. ऐसे ही केजरीवाल सरकार पर आरोप लगाते हुए आपकी अपनी पार्टी पीपल्स ने मुख्यमंत्री आवास के बाहर प्रोटेस्ट किया.
आपकी अपनी पार्टी (पीपल्स) ने सीएम हाउस का घेराव किया था. बड़ी संख्या में आपकी अपनी पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता यहां पहुंचे थे. पुलिस ने बैरिकेड लगाकर आपकी अपनी पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को रोका.
'कहां बनाए गए हैं स्कूल-कॉलेज'
प्रोटेस्ट के दौरान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामवीर चौहान ने कहा कि 2 लाख टॉयलेट, 8 लाख रोजगार, 500 नए स्कूल, 20 नए कॉलेज कहां पर है? ये हमें नजर नहीं आ रहे. रामबीर चौहान ने कहा कि हर वायदे में केजरीवाल सरकार फेल हुई है. इसलिए केजरीवाल को इस पद पर बने रहने का कोई हक नहीं है. इसलिए उन्हें इस पद से तुरंत इस्तीफा देना चाहिए.
केजरीवाल सरकार को घेरने पहुंचे रथ
केजरीवाल सरकार को घेरने के लिए 7 रथ अलग-अलग लोकसभा में रवाना किए जो हर विधानसभा में गए. इन रथों को आपकी अपनी पार्टी 'पीपल्स' के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामबीर चौहान ने हरी झंडी दिखाकर बुराड़ी हेड ऑफिस से रवाना किया था.
केजरीवाल पर लगाया आरोप
रामवीर चौहान ने आरोप लगाया कि जब आपकी अपनी पार्टी (पीपल्स) बनी तो बनते ही पार्टी के विरोध में अरविंद केजरीवाल चुनाव आयोग और कोर्ट दोनों जगह पहुंच गए. एक पार्टी के जन्म से पहले केजरीवाल पर उस पार्टी की हत्या का आरोप लगाते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल राजनीतिक दल की भ्रूण हत्या करना चाहते थे.
'कोई भी ना भरे बिजली के बिल'
आपकी अपनी पार्टी 'पीप्लस' के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामवीर चौहान ने प्रदर्शन के दौरान दिल्ली में रह रहे सभी लोगों से अपील की कि कोई भी व्यक्ति अपना बिजली का बिल जमा ना करें.
राइट टू इक्वलिटी का हवाला देते हुए रामवीर चौहान ने कहा कि बिजली को सिर्फ 200 यूनिट तक ही क्यों फ्री किया गया. ये सब चुनावी खेल है. रामबीर चौहान ने हर साल के हिसाब से अरविंद केजरीवाल से रोजगार का हिसाब मांगा हैं और भी कई मुद्दों पर रामवीर चौहान ने दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार को घेरा.