नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को कथित शराब घोटाले में गिरफ्तार किया जाता है, तो उन्हें इस्तीफा देना चाहिए या फिर जेल से सरकार चलानी चाहिए? आम आदमी पार्टी 1 दिसंबर यानी कल से दिल्ली में इस पर जनता की राय लेने जा रही है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पिछले दिनों दिल्ली के स्टेडियम में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में इसका ऐलान किया था.
गुरुवार को पार्टी कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान प्रदेश संयोजक व दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय ने कहा कि, "पार्टी ने कार्यकर्ताओं को घर-घर भेज कर उनसे डोर टू डोर कैंपेन के जरिए जनता की राय जानने का फैसला लिया है. उन्हें एक फॉर्म दिया जाएगा, जिसमें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफा को लेकर सवाल पूछते हुए दो विकल्प दिए जाएंगे. फार्म भरकर कार्यकर्ताओं को वापस करना होगा. पूरी दिल्ली से फॉर्म को एकत्रित करने के बाद उसे देखा जाएगा की जनता की राय क्या है. इस कैंपेन को आम आदमी पार्टी ने "मैं भी केजरीवाल" नाम दिया है."
मंत्री गोपाल राय ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने की तैयारी कर रही है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बीते दिनों तमाम विधायकों, पार्षदों और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक किया और वहां प्रस्ताव रखा गया कि, क्या उन्हें जब गिरफ्तार किया जाएगा तो सरकार जेल से चलनी चाहिए? तो सभी ने हां कहा है. गिरफ्तारी के बाद इस्तीफा देना चाहिए या सरकार चलानी चाहिए इसका फैसला दिल्ली के जनता से पूछ कर लिया जाएगा. और इसके लिए उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि आप दिल्ली के अंदर घर-घर जाइए और लोगों से इस पर चर्चा कीजिए, संवाद कीजिए, राय लीजिए. दिल्ली के लोगों की जो राय होगी उसके अनुसार आगे का काम किया जाएगा. इस्तीफा देना है या नहीं देना है इसका निर्णय जनता से पूछ कर लिया जाएगा.
आम आदमी पार्टी ने 1 दिसंबर से 20 दिसंबर तक दिल्ली के अंदर सभी 2600 पोलिंग स्टेशन पर "मैं भी केजरीवाल" सिगनेचर कैंपेन चलने का निर्णय लिया है. मैं भी केजरीवाल सिगनेचर कैंपेन की कल से शुरुआत की जाएगी. सभी मंत्री, सभी विधायक, सभी पार्षद, सभी पार्टी के पदाधिकारी और सभी मंडल स्तर पर पदाधिकारी घर-घर जाएंगे. लोगों से बात करेंगे. इसके लिए पंपलेट पार्टी ने तैयार किया है. यह पंपलेट सभी लोगों को लोगों को दिया जाएगा घर-घर जाकर और उनसे चर्चा की जाएगी और उनकी राय ली जाएगी. गोपाल राय ने कहा कि दूसरे चरण के तहत 21 से 24 दिसंबर के बीच जनसंवाद का कार्यक्रम रखा जाएगा. इस प्रश्न को लेकर के वहां लोगों की तरफ से जो प्रस्ताव है, गिरफ्तारी के बाद अरविंद केजरीवाल को इस्तीफा देना चाहिए या नहीं देना चाहिए इस पर उनकी राय ली जाएगी.
पार्टी के सांसद राघव चड्ढा ने भी अपनी बात रखते हुए कहा कि, "बीजेपी को सबसे अधिक खतरा अगर किसी से है तो वह हमारी पार्टी से और उसके मुखिया अरविंद केजरीवाल से है. बीजेपी को लगता है कि अरविंद केजरीवाल को फर्जी मुकदमे में गिरफ्तार करने में सफल हो जाते हैं तो दिल्ली की सरकार ठप हो जाएगी, बंद हो जाएगी. लेकिन भाजपा को कहना चाहता हूं कि हम सब आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सांसदों ने विधायकों ने पार्षदों ने जनप्रतिनिधियों ने हाथ जोड़कर यह अपील की है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से कि अगर बीजेपी आपको जेल में डाल देती है तब भी आप इस्तीफा मत देना, जेल से सरकार चलाना. बीजेपी तो चाहती है कि केजरीवाल इस्तीफा दे लेकिन हम ऐसा नहीं चाहते. इसके लिए कैबिनेट की मीटिंग अगर जेल से करनी पड़े, सारे फैसले जेल से लेने पर अधिकारियों को जेल में अगर फाइलें साइन करवाने पड़े सरकार जेल से चले तो भी कोई हर्ज नहीं. आम आदमी पार्टी कोई भी फैसला जनता से बिना पूछे नहीं करती इसलिए पार्टी ने इस कैंपिंग के जरिए जनता की राय लेने का फैसला किया है."