नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवालल एक बार फिर चर्चा में हैं. इस बार वह देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अनपढ़ या कम पढ़ा लिखा कहने वाले बयान के लिए नहीं बल्कि, अपने सरकारी आवास में 45 करोड़ का खर्चा करने को लेकर हैं. दिल्ली भाजपा प्रदेश वीरेंद्र सचदेवा के साथ नेता विपक्ष विधानसभा और विधायक रामवीर सिंह बिधूड़ी ने भी केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाए. भाजपा दिल्ली के शीर्ष नेताओं का कहना है कि 2020 कोरोना महामारी के दौरान जब देश महामारी से जंग लड़ रहा था, तब केजरीवाल अपने घर को रिनोवेट करा रहे थे. लाखों के परदे लगाए गए. इन पर 45 करोड़ का खर्चा हुआ.
इधर, आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि कल से मैं देख रहा हूं कि किस तरीके से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बदनाम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जिस घर में सीएम केजरीवाल अपने परिवार के साथ रहते हैं, वह घर 1942 में बना है. 80 साल पुराने इस घर में मौजूदा समय में कई घटनाएं हुई. खुद सीएम के परिवार के साथ तीन घटनाएं हुई हैं. एक दिन सीएम के माता पिता के कमरे की छत गिर गई. एक दिन सीएम के कमरे की छत गिर गई और जहां सीएम लोगों से मिलते हैं, उस कमरे की छत गिर गई. इसके बाद पीडब्ल्यूडी ने सलाह दी और अनुरोध किया कि इस घर में रहना ठीक नहीं इसलिए इसे तोड़ कर बनाया जाए. वही हुआ है और भाजपा के पेट में दर्द होने लगा.
ध्यान भटकाना चाहती है भाजपा
संजय सिंह ने कहा कि देश में कई बड़े और गंभीर मुद्दे हैं, जिस पर चर्चा नहीं होती. बीजेपी पुलवामा, अडानी महाघोटाला जैसे देश के गंभीर, बड़े मुद्दों से ध्यान भटका रही है. उन्होंने कहा कि एलजी निवास की मरम्मत में 15 करोड़ खर्च किए गए. इस पर चर्चा नहीं होती है. गुजरात के सीएम का उड़नघटोला 191 करोड़ में खरीदा जाता है. इस पर चर्चा नहीं होती. पीएम मोदी के घर को ठीक करने में 500 करोड़ इस पर चर्चा नहीं होती.