नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री द्वारा ईडी के नोटिस का जवाब देने में बाद बृहस्पतिवार को दो मंत्रियों ने प्रेस कांफ्रेंस कर भारतीय जनता पर निशाना साधा. दिल्ली सरकार में मंत्री व आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने सवाल खड़ा किया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पास नोटिस आने से पहले मनोज तिवारी को कैसे पता था कि ईडी नोटिस भेजकर अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करेगी.
वहीं दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय ने कहा कि केजरीवाल ने ईडी के पत्र का जवाब दिया तो उसका जवाब ईडी ने नहीं भाजपा के प्रवक्ता ने दिया. कहीं ईडी कोई गलती न कर दे. क्योंकि षड्यंत्र के तहत भाजपा की तरफ से अरविंद केजरीवाल को यह नोटिस दिया गया था.
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मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि 30 अक्टूबर को उच्चतम न्यायालय ने मनीष सिसोदिया की बेल को रिजेक्ट किया तब से इसकी चर्चा चल रही है. 45 पेज का आर्डर मैंने कई बार पढ़ा. न्यायधीश ने कई सवाल ईडी से किए. बार-बार ईडी से पूछा मनी ट्रेल कहां है. पैसा मनीष सिसोदिया के पास कब पहुंचा, कहां से पहुंचा, कैसे पहुंचा, क्या सुबूत है ? पहले 5 अगस्त से 5 सितंबर तक का समय दिया गया. सितंबर से लेकर अक्टूबर तक ईडी को कई मौके दिए गए. ईडी ने मनीष सिसोदिया पर रिश्वत के दो आरोप लगाए.
अरविंद केजरीवाल के सवालों का ईडी नहीं भाजपा दे रही जवाब
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता व दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने ईडी के नोटिस का जवाब दे दिया है. साथ ही कई प्रश्न पूछे हैं और नोटिस वापस लेने को कहा है. उस नोटिस में स्पष्ट नहीं था कि कि दिल्ली के अरविंद केजरीवाल को मुख्यमंत्री के रूप में, आदमी पार्टी के संयोजक रूप में या आम नागरिक के रूप में बुला रहे हैं ? गवाह के रूप में या संदिग्ध के रूप में बुला रहे हैं ?