नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 के लिए आम आदमी पार्टी ने काफी समय पहले ही अपने सभी उम्मीदवारों को मैदान में उतार दिया था. तब की स्थिति को देखते हुए यह चर्चा भी होने लगी थी कि आम आदमी पार्टी की स्थिति मजबूत है और पार्टी ने तो यह भी दावा कर दिया था कि वो सातों सीटें जीतने वाली है.
विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं लोकसभा में हारे हुए AAP नेता वहीं आम आदमी पार्टी के दावे फेल हो गए और पार्टी को मुंह की खानी पड़ी. अब आम आदमी पार्टी फिर से अपने सातों लोकसभा उम्मीदवारों को विधानसभा चुनाव लड़ाने की तैयारी कर रही है.
आतिशी पार्टी के कार्यक्रमों में करती हैं शिरकत
लोकसभा चुनाव में बुरी हार के बाद से ही आम आदमी पार्टी विधानसभा चुनाव में जुट गई थी और उसके बाद से ही पार्टी के तीन प्रमुख लोकसभा उम्मीदवार आए दिन क्षेत्र में दिखते रहे हैं. पूर्वी दिल्ली से उम्मीदवार आतिशी तो पूर्वी दिल्ली में पार्टी से जुड़े आयोजनों के साथ-साथ शिक्षा से जुड़े दिल्ली सरकार के कार्यक्रमों में भी शिरकत करती नजर आती रही हैं.
विधायक अनिल वाजपेयी ने थामा भाजपा का दामन
बीते दिनों ही आतिशी गांधीनगर विधानसभा में विधानसभा कार्यालय के उद्घाटन में भी नजर आई थीं और इस उद्घाटन के बाद इस कयास को और मजबूती मिली कि आतिशी विधानसभा चुनाव लड़ सकती हैं. गौरतलब है कि गांधीनगर से मौजूदा विधायक अनिल वाजपेयी ने भाजपा का दामन थाम लिया था और विधानसभा से उनकी सदस्यता भी रद्द हो चुकी है.
ये दोनों नेता भी दिखते हैं सभी आयोजनों में
वहीं उत्तर-पूर्वी दिल्ली से उम्मीदवार रहे दिलीप पांडेय और दक्षिणी दिल्ली से चुनाव लड़े राघव चड्ढा भी आए दिन किसी न किसी कार्यक्रम में दिखते रहते हैं. हाल में दक्षिणी दिल्ली में हुए अरविंद केजरीवाल की हर दौरे में राघव चड्ढा उनके साथ खड़े नजर आए, वहीं दिलीप पांडेय भी उत्तर पूर्वी दिल्ली से जुड़े सियासी और सांस्कृतिक आयोजनों में हर जगह देखे जा सकते हैं.
पंकज गुप्ता हो सकते हैं चांदनी चौक से कैंडिडेट
आम आदमी पार्टी ने अपने राष्ट्रीय सचिव पंकज गुप्ता को चांदनी चौक से मैदान में उतारा था. हाल में जब अलका लांबा ने घोषणा की कि वे आम आदमी पार्टी से इस्तीफा देने वाली हैं, तब ऐसी खबरें सामने आईं कि आम आदमी पार्टी अपने स्थानीय लोकसभा उम्मीदवार रहे पंकज गुप्ता को चांदनी चौक विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा सकती है.
ये भी लड़ सकते हैं चुनाव
नई दिल्ली से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार रहे बृजेश गोयल पार्टी के ट्रेड विंग के अध्यक्ष भी हैं और हाल में व्यापार और व्यापारियों से जुड़े हर मसले पर सक्रिय हैं. हालांकि लोकसभा चुनाव के बाद क्षेत्र में बृजेश गोयल की मौजूदगी कहीं नहीं दिखी है. इसी तरह पश्चिमी दिल्ली से पार्टी उम्मीदवार रहे बीएस जाखड़ और उत्तर पश्चिमी दिल्ली से उम्मीदवार रहे गुगन सिंह रंगा भी लोकसभा चुनाव की हार के बाद सार्वजनिक कार्यक्रमों में नजर नहीं आए हैं. हालांकि ये इससे इंकार तो नहीं कर रहे हैं और अगर पार्टी इन्हें कहे तो ये चुनाव लड़ सकते हैं.
राजेंद्र पाल गौतम ने की ईटीवी भारत से बातचीत
इसे लेकर जब हमने आम आदमी पार्टी का पक्ष जानने के लिए पार्टी नेता और दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री राजेंद्र पाल गौतम से बातचीत की, तो उनका कहना था कि हमारे सभी उम्मीदवार अच्छे थे और अगर वे चुनाव लड़ते हैं, तो अच्छी बात होगी. लेकिन इस पर निर्णय पार्टी की पीएसी में होगा और पीएसी में अभी ऐसा कोई निर्णय नहीं हुआ है.
पार्टी की तरफ से भले अभी इस पर कोई ठोस जवाब ना मिले, लेकिन आम आदमी पार्टी के लोकसभा उम्मीदवार रहे इन नेताओं की वर्तमान में सक्रियता बताती है कि पार्टी इन्हें लोकसभा चुनाव की हार की कसक दूर करने का मौका देने वाली है और ये विधानसभा चुनाव को लेकर अभी से फिल्डिंग मजबूत करने में जुट गए हैं.