नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी अगले 7 दिनों में दिल्ली के हर मतदाता से कम से कम 2 बार मिलकर 'काम पर वोट, दिल्ली के भविष्य के लिए वोट और केजरीवाल को वोट' का संदेश पहुंचाएगी. इसके लिए 7 दिन के भीतर दिल्ली के 50 लाख घरों तक पहुंचने का लक्ष्य रखा गया है.
AAP का अंतिम दौर का कैंपेन शुरू 50 लाख घरों तक पहुंचेगी AAP
ये आम आदमी पार्टी का अंतिम दौर का कैम्पेन होगा, जो बुधवार से शुरू हो चुका है. इस अभियान के तहत आगामी 7 दिनों में AAP डोर टू डोर प्रचार के तहत 50 लाख घरों तक पहुंचेगी. इसके लिए प्रति विधानसभा में 300 पुराने स्वयंसेवकों और 5,000 नए स्वयंसेवकों की फौज तैयार की गई है. पुराने कार्यकर्ता नए लोगों के कैम्पेन का नेतृत्व करेंगे.
7 दिन में 8 हजार बैठक
इसके अलावा आगामी 7 दिनों में 8 हजार बैठकें भी की जानी है. इसके तहत दिल्ली के सभी 272 वार्डों में प्रतिदिन 4 जनसभा की जाएगी. साथ ही भीड़ वाले इलाकों और बाजारों में नुक्कड़ नाटक और फ्लैश मॉब होगा. पार्टी की तरफ से इसके लिए प्रति विधानसभा 10-12 स्वयंसेवकों की 4 टीम बनाई गई है, जो अपनी प्रस्तुति के जरिए केजरीवाल के कार्यों को जनता तक पहुंचाएंगे.
पम्पलेट भी बांटे जा रहे हैं
इसके अलावा, आम आदमी पार्टी की तरफ से एक ऐसी टीम भी तैयार की गई है, जो दिल्ली के सभी प्रमुख ट्रैफिक सिग्नलों, मेट्रो स्टेशन, बस स्टेशन आदि भीड़ वाली जगहों पर पार्टी की टोपी और पम्पलेट बांट रही हैं. इस पम्पलेट को आम आदमी पार्टी के नए कैम्पेन के आधार पर डिजाइन किया गया है. इसमें खासतौर पर इस बात को रेखांकित किया गया है कि केजरीवाल सरकार की जो फ्री योजनाएं हैं, वो आगे भी यूं ही जारी रहेंगी.
क्या प्रभावी होगा ये कैंपेन?
एक तरफ अरविंद केजरीवाल सहित आम आदमी पार्टी के सभी बड़े नेता रोड शो, जनसभाएं और नुक्कड़ सभाएं कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी अब जमीनी स्तर पर अंतिम दौर के कैम्पेन को उतारने में जी-जान से जुट गई है. देखने वाली बात होगी कि 8 फरवरी को जब जनता वोट करती है, तब आम आदमी पार्टी का यह जमीनी कैम्पेन कितना प्रभावी साबित होता है.