नई दिल्ली:आम आदमी पार्टी शुरू से ही ईवीएम में छेड़छाड़ की आशंका जताती रही है. इसे लेकर पार्टी नेता कई बार चुनाव आयोग में शिकायत भी कर चुके हैं. अब फिर से राघव चड्ढा ने इसे लेकर गंभीर आरोपों के साथ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई है.
राघव चड्ढा ने चुनाव आयोग को लिखे अपने पत्र में कहा कि उन्हें विश्वसनीय सूत्रों से ऐसी जानकारी मिली है कि उनके राजनीतिक प्रतिद्वंदी 21 या 22 मई को ईवीएम में टेम्परिंग कर सकते हैं. इस आशंका के पीछे उन्होंने कई कारण भी गिनाए हैं. उन्होंने एमसीडी चुनाव का उदाहरण देते हुए कहा है कि उस समय भी ऐसी कोशिशें हुई थीं और दक्षिणी दिल्ली के एक वार्ड में एक स्ट्रॉन्ग रूम में सील टूटे मिले थे.
राघव चड्ढा ने जताई EVM टेंपरिंग की आशंका राघव ने चुनाव आयोग के समक्ष रखी अपनी मांग
राघव चड्ढा ने कहा कि इस आशंका के मद्देनजर चुनाव आयोग को ईवीएम की सुरक्षा और पुख्ता करनी चाहिए. इसके लिए राघव ने चुनाव आयोग के समक्ष तीन बिंदुओं के माध्यम से अपनी मांग रखी है. सबसे पहले उन्होंने एक स्वतंत्र पर्यवेक्षक की नियुक्ति की बात कही है. राघव ने कहा है कि पहले से चुनाव पर्यवेक्षक नियुक्त हैं लेकिन ईवीएम पर हमेशा नजर बनाए रखने और इसकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक स्वतंत्र पर्यवेक्षक की नियुक्ति जरूरी है.
राघव चड्ढा ने जताई EVM टेंपरिंग की आशंका अतिरिक्त कम्पनियों की तैनाती की मांग
इसके अलावा राघव ने अपने दक्षिणी दिल्ली काउंटिंग सेंटर पर अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था की मांग की है. उन्होंने कहा कि जीजाबाई इंस्टीट्यूट के पास सीआरपीएफ की अतिरिक्त कम्पनियों को तैनात किया जाए. साथ ही, काउंटिंग एरिया में आने जाने वालों पर कड़ी नजर रखने की भी मांग की है. गौरतलब है कि ऐसी ही आशंका के मद्देनजर राघव चड्ढा ने जीजाबाई इंस्टीट्यूट स्थित काउंटिंग सेंटर के बाहर अपने कुछ कार्यकर्ताओं की तैनाती कर रखी है. लेकिन उन्हें लगता है कि उनके राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी 21 मई और 22 मई की रात ईवीएम में छेड़छाड़ कर सकते हैं.