नई दिल्ली:दिल्ली में आम आदमी पार्टी अब जमीनी स्तर पर जनता तक अपनी पैठ बनाने की कोशिश में जुट गई है. अब आम आदमी पार्टी पूर्ण राज्य के मुद्दे को पूरी तरह से भुनाने की कोशिश में है. इसे लेकर 10 मार्च से पार्टी के स्तर पर एक वृहद आंदोलन की तैयारी की जा रही है. पार्टी का पूरा संगठन इस मुद्दे को जनता तक पहुंचाएगा.
गठबंधन की कोशिशें असफल होने के बाद 'आप' को पूर्ण राज्य के आंदोलन का सहारा
पिछले लम्बे समय से आम आदमी पार्टी कांग्रेस के साथ गठबंधन की कोशिशों के जुटी थी. AAP को आखिर में निराशा हाथ लगी. कांग्रेस आलाकमान से मीटिंग के बाद शीला दीक्षित ने ऐलान कर दिया कि गठबंधन नहीं होगा.
'भाजपा के सातों सांसदों से धोखा दिया'
आंदोन को लेकर मंगलवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया गया. प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने कहा कि पूर्ण राज्य के मुद्दे पर भाजपा के सातों सांसदों से धोखा दिया. उन्होंने घोषणा पत्र में वादा किया था, लेकिन संसद में इसे लेकर एकबार भी आवाज नहीं उठाई. गोपाल राय ने कहा कि पूर्ण राज्य का मुद्दा दिल्ली के लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी का कोर एजेंडा होगा.
जनता के बीच AAP
गौरतलब है कि पूर्ण राज्य के मुद्दे पर एक मार्च से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का आमरण अनशन प्रस्तावित था. लेकिन पुलवामा की घटना के बाद भारत पकिस्तान के रिश्ते में बढ़ते तनाव के मद्देनजर अनशन को स्थगित कर दिया गया था. लेकिन अब फिर से पार्टी इस मुद्दे को लेकर जनता के बीच जाने वाली है.