नई दिल्ली:आम आदमी पार्टी के एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने पार्टी मुख्यालय में गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान निगम पर भ्रष्टाचार का एक बड़ा आरोप लगाया. दुर्गेश पाठक ने कहा कि कुछ दिन पहले ही दिल्ली के उपमुख्यमंत्री व वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया और दिल्ली के कैबिनेट मंत्री सत्येंद्र जैन ने एमसीडी के लिए 938 करोड़ रुपये जारी किए थे, लेकिन भाजपा नेता लगातार कहते रहे कि वो पैसे नहीं मिले हैं.
MCD प्रभारी दुर्गेश पाठक ने लगाया बीजेपी पर आरोप 'कागजात दिखाते हुए किया दावा'
दुर्गेश पाठक ने कहा कि वो 938 करोड़ दिल्ली की जनता से टैक्स के जरिए जुटाए हुए पैसे थे और कोरोना काल में दिल्ली सरकार को प्राप्त हुए कम राजस्व के बावजूद यह फंड एमसीडी को दिया गया. लेकिन वह चाहे दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष आदेश गुप्ता हों या तीनों महापौर, सभी का यही कहना है कि उन तक कोई पैसा नहीं पहुंचा है. दुर्गेश पाठक ने इससे जुड़े कागजात दिखाते हुए कहा कि यह सबूत है कि पैसे एमसीडी के अकाउंट में पहुंच चुके हैं.
'कहां गए ये 1095 करोड़'
पेपर दिखाते हुए दुर्गेश पाठक ने कहा कि इसके अनुसार, अब तक दिल्ली सरकार 1095.8 करोड़ रुपये एमसीडी को दे चुकी है. उन्होंने सवाल किया कि अगर कागज पर पैसा पहुंच चुका है, तो ये 1095 करोड़ रुपये आखिर गए कहां. ऐसा लगता है कि यह पैसा भी भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और पार्षदों ने आपस में बांट लिया. तभी तो ये कह रहे हैं कि पैसे नहीं मिले और पीछे के दरवाजे से इन्होंने सारा पैसा लूट लिया.
ये भी पढ़ें:-निगम के प्रत्येक वार्डों में BJP और AAP के खिलाफ पोल खोल अभियान की शुरुआत करेगी कांग्रेस
'भाजपा वाले कहते हैं आखिरी साल है'
निगम पर भ्रष्टाचार का बड़ा आरोप लगाते हुए दुर्गेश पाठक ने कहा कि भाजपा को पता है कि अब मुश्किल से केवल 1 साल बचा है. मैं भारतीय जनता पार्टी के कई नेताओं से मिलता हूं तो पूछता हूं कि आप इतना भ्रष्टाचार क्यों करते हैं. आपको अगली बार चुनाव में भी जाना है तो वे कहते हैं कि यह आखरी साल है. इसके बाद तो कुछ होने नहीं वाला है. इस साल में जितना पैसा लूट सकते हैं, लूट लें. मुझे लगता है कि भाजपा नेताओं ने यह सारा का सारा पैसा अपने भ्रष्टाचार में खत्म कर दिया.