नई दिल्ली: मालदा टाउन से दिल्ली, बिहार और यूपी में जाली नोट खपाने वाले एक तस्कर को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है. आरोपी की पहचान विष्णु मंडल के रूप में की गई है. उसकी गिरफ्तारी पर दिल्ली पुलिस की तरफ से एक लाख रुपये का इनाम घोषित था.
जाली नोटों की तस्करी करने वाला गिरफ्तार पुलिस ने उसके पास से दो लाख रुपये के जाली नोट बरामद किए हैं. यह सभी नोट 2000 रुपये के हैं. वह 600 रुपये में दो हजार का जाली नोट लेकर उसे 1000 से 1200 रुपये में आगे बेचता था.
भारत-बांग्लादेश बॉर्डर से लाए जा रहे थे जाली नोट
डीसीपी संजीव यादव के अनुसार इंस्पेक्टर विवेकानंद पाठक और कुलदीप सिंह की टीम जाली नोट को लेकर काम कर रही थी. इस दौरान उन्हें एक गैंग के बारे में इनपुट मिला जिसे लेकर टेक्निकल सर्विलांस की मदद ली गई.
उन्हें पता चला कि भारत बांग्लादेश बॉर्डर से यह जाली नोट यहां लाए जा रहे हैं. इसका मुख्य मकसद भारत की अर्थव्यवस्था को चोट पहुंचाना है. खासतौर से मालदा के रास्ते यह जाली नोट आते हैं और इनकी तस्करी से होने वाली कमाई हथियार और ड्रग्स में लगाई जाती है.
पहले पकड़े गए थे दो तस्कर
31 जुलाई को स्पेशल सेल ने हैदरपुर मेट्रो स्टेशन से गौतम मंडल को जाली नोट की खेप के साथ गिरफ्तार किया था. वह पानीपत निवासी शिक्षा को यह जाली नोट देने आया था. दोनों के पास से चार लाख रुपये के जाली नोट पुलिस ने बरामद किए थे. पूछताछ में उन्होंने बताया था कि यह जाली नोट विष्णु मंडल ने उन्हें दिए हैं.
दिल्ली पुलिस की तरफ से उसकी गिरफ्तारी पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था. हाल ही में पुलिस टीम को सूचना मिली कि जाली नोट की सप्लाई करने के लिए विष्णु आएगा. उसे गिरफ्तार कर दो लाख रुपये के जाली नोट बरामद किए गए हैं.
600 रुपये में लेता था दो हजार का नोट
गिरफ्तार विष्णु ने पुलिस को बताया कि मालदा निवासी शेख से वह जाली नोट लेता है. वह इसे दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश और बिहार में सप्लाई करता है. बीते जुलाई महीने में गौतम मंडल को उसने ही चार लाख रुपये के जाली नोट सप्लाई के लिए दिए थे.
वह दो हजार रुपये का एक जाली नोट 600 रुपये में लेकर उसे आगे 1000 से 1200 रुपये में सप्लाई करता था. अब तक वह 20 लाख से ज्यादा के जाली नोट दिल्ली एनसीआर में सप्लाई कर चुका था. बीते 4 साल से वह जाली नोटों की तस्करी में लिप्त था.
बेहतरीन क्वालिटी के हैं जाली नोट
पुलिस के अनुसार बरामद किए गए जाली नोट बहुत ही बेहतरीन क्वालिटी के हैं..आम लोगों के लिए इसमें असली और नकली का फर्क करना बेहद ही मुश्किल है. कई सुरक्षा मानक भी इन नोटों के अंदर मौजूद हैं. बैंक कर्मचारी ही इस जाली नोट की पहचान कर सकते हैं.