नई दिल्ली:दिल्ली के उपराज्यपाल विनय सक्सेना ने डीडीए द्वारा विकसित की जा रही इन-सीटू स्लम पुनर्वास' परियोजना काम की प्रगति की समीक्षा की. उन्होंने कहा "झुग्गीवासियों के पुनर्वास के लिए बने कुल 1,675 फ्लैटों पर लगभग 95 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है और शेष काम 30 मई तक पूरा कर लिया जाएगा. उपराज्यपाल का कहना है कि दिल्ली विकास प्राधिकरण की 'जहां झुग्गी वहीं मकान' योजना के तहत सभी फ्लैट आधुनिक सुविधाओं से लैस हैं.
राज निवास के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि डीडीए की 'जहां झुग्गी वहीं मकान' योजना के आधार पर कालकाजी इन सीटू पुनर्वास परियोजना के बाद ये फ्लैट गरीब से गरीब लोगों के लिए प्रधानमंत्री के समावेशी दृष्टिकोण को पूरा करने में एक लंबा रास्ता तय करगा.
10,000 निवासियों के रहने का अनुमान: राज निवास ने बयान में कहा कि निर्माणाधीन 1,675 फ्लैटों में से 1093 ऐसे हैं, जहां जेलरवाला बाग के झुग्गीवासियों का पुनर्वास किया जाएगा. शेष 582 फ्लैटों को अन्य स्थानों के लोगों को लिए आवंटित किए जाएंगे. फ्लैटों में लगभग 10,000 निवासियों के रहने का अनुमान है. यह फ्लैट पूरी तरह से आरसीसी संरचना से बना हैं और भूकंप प्रतिरोधी हैं. 340 वर्ग फुट में फैले, इनमें से प्रत्येक फ्लैट में एक बेडरूम, लिविंग रूम, किचन, अलग शौचालय और बाथरूम और एक बालकनी है. जबकि परियोजना का कुल आवासीय निर्मित क्षेत्र लगभग 67,000 वर्ग मीटर है. इसमें 337 वाहनों की पार्किंग का भी प्रावधान होगा.