गाजियाबाद कहने को तो एनसीआर का हिस्सा है लेकिन हालात इतने खराब है कि कुछ शहरी हिस्से भी गांव से ज्यादा बदतर हैं. मामला साहिबाबाद के लाजपत नगर का है जहां सड़कों के हालात इतने बदतर है कि यह समझना मुश्किल है कि सड़क में गड्ढे है कि गड्ढों में सड़क. हैरानी की बात यह है कि सड़क के पास से जा रही शौचालय की पाइपलाइन का गंदा पानी इन गड्ढों में लगातार भरा रहता है. जिससे लोगों को गंदगी से होकर गुजरना पड़ता है.
CM योगी के आदेश की उड़ रही धज्जियां, सड़कों पर है गड्ढे ही गड्ढे
नई दिल्ली/गाजियाबादः उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने जिम्मा संभालते ही 6 महीने के भीतर सभी गड्ढों को भरने का आदेश दिया था. लेकिन प्रशासन इस कदर लापरवाह है कि न तो अब तक गड्ढों को ठीक किया गया और जो सड़कें बनी थी वह भी गड्ढों में तब्दील हो गई. एक इलाका तो ऐसा है जहां रोड पर गड्ढों में शौचालय का पानी भरा हुआ है जिससे लोग बदबू में रहने को मजबूर है.
सड़कों पर है गड्ढे ही गड्ढे
गड्ढों से बच्चों को लगती है चोट
आसपास के दुकानदारों ने बताया कि इसमें लगातार बच्चे गिरते रहते हैं. जिससे उनको चोट लगती रहती है. उनका कहना है कि इसकी शिकायत कितनी ही बार प्रशासन से कि गई लेकिन शिकायत के बावजूद गड्ढों को नहीं भरा गया है.
हालांकि इस तरह की कई सड़कें हैं जहां पर गड्ढे हैं और पड़ताल में यह भी साफ हुआ है कि कुछ जगह पर सड़कें महज 6 महीने पहले ही बनाई गई थी और उनकी गुणवत्ता खराब होने की वजह से वह दोबारा टूट गई है.