नई दिल्ली/गाजियाबाद: लोनी इलाके के मंडोला गांव में करीब 2 साल से किसानों का धरना चल रहा है. यहां पर किसान हर मुमकिन कोशिश कर चुके हैं कि वह शासन तक अपनी बात पहुंचाएं. उन पर लाठीचार्ज भी हो चुका है, वह हंगामा प्रदर्शन भी कर चुके हैं. यही नहीं उन्होंने कई नेताओं की गाड़ियों पर टमाटर तक फेंके थे. इसके अलावा वह अर्धनग्न होकर भी प्रदर्शन कर चुके हैं. कई मुकदमे भी दर्ज हो गए, लेकिन उसके बावजूद मांग सुनी नहीं गई.
लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी को झटका, राहुल गांधी की बल्ले-बल्ले - bjp loss
लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी के लिए बुरी खबर है. एनसीआर का एक इलाका ऐसा है जहां पर पूरे गांव के किसानों ने एक साथ राहुल गांधी से मुलाकात करके कांग्रेस का दामन थाम लिया है.
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किसानों की मांग
किसानों की मांग मंडोला आवासीय योजना में जमीन अधिग्रहण के तहत मिलने वाले उचित मुआवजे की है. किसानों का आरोप है कि उन्हें साल 2013 में किसानों के मुआवजे को लेकर बने नियम के मुताबिक मुआवजा नहीं मिला था. इसी वजह से लगातार उचित मुआवजे की मांग करते आ रहे हैं. सैकड़ों किसान है जो लगातार धरने पर बैठे हैं. इनमें महिलाएं भी हैं.
किसानों का फैसला
अब किसानों ने एक बड़ा फैसला लेते हुए दिल्ली में राहुल गांधी से मिलकर कांग्रेस का दामन थाम लिया. किसानों का कहना है कि इससे पहले वह बीजेपी के वोटर्स थे. लोनी में बीजेपी के विधायक नंदकिशोर गुर्जर किसानों के एक बड़े तबके के वोट की वजह से ही जीत हासिल कर पाए थे.