नई दिल्ली/गाजियाबाद:दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर सड़क हादसे में एक ही परिवार के 6 लोगों की मौत के बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं. सवाल है कि इतने हाई प्रोफाइल और सेफ्टी एक्सप्रेस वे पर एक खाली स्कूल बस गलत साइड पर कैसे चल रही थी? ट्रैफिक एडीसीपी का कहना है कि बस चालक करीब आठ किलोमीटर से बस को गलत दिशा में लेकर आ रहा था. सवाल उठता है कि बस वाला इतनी बड़ी गलती कर रहा था उस वक्त ट्रैफिक पुलिस क्या कर रही थी ? बस को 8 किमी आगे तक कैसे और क्यों जाने दिया गया ? बता दें, बस चालक ने 100 किलोमीटर प्रति घंटा वाली लेन में रॉन्ग साइड से गाड़ी दौड़ाई, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ.
हादसे का असली जिम्मेदार कौन:सीसीटीवी वीडियो से साफ हुआ कि बस गलत दिशा से आ रही थी. मेरठ के मवाना का रहने वाला परिवार खाटू श्याम जी के दर्शन के लिए दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे से दिल्ली की तरफ बढ़ रहा था. इसी दौरान तेज रफ्तार से चल रही टीयूवी गाड़ी के सामने अचानक खाली स्कूल बस दौड़ती हुई आ गई और दोनों के बीच टक्कर हो गई. किसी ने सोचा नहीं था कि मौजूद लेन पर गलत दिशा से कोई बस भी आ सकती है. हर वक्त यहां पर ट्रैफिक पुलिस होने का दावा किया जाता है. ऐसे में सवाल है कि इसका क्या बस चालक अकेला इसके लिए जिम्मेदार है ? क्या मामले में उन लोगों पर कार्रवाई नहीं होनी चाहिए, जिन्होंने बस वाले को इतनी बड़ी गलती करने से नहीं रोका?
एक ही परिवार के 6 लोगों की मौत: इस घटना में एक ही परिवार के 6 लोगों की मौत हुई है. मृतक के मामा ने बताया कि गाड़ी में कुल 8 लोग सवार थे. मरने वालों में 2 बच्चे भी शामिल है. जबकि 2 बच्चे अस्पताल में जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहे हैं. मृतकों के नाम नरेंद्र, धर्मेंद्र, अनीता, दीपांशु, हिमांशु और वंशिका है.