नई दिल्ली : दिल्ली नगर निगम का दिलशाद गार्डन वार्ड सीमापुरी विधानसभा के अंतर्गत आता है. इस वार्ड में डीडीए सोसायटी, स्लम बस्ती के साथ ही कुष्ठ आश्रम भी शामिल है. दिलशाद गार्डन वार्ड में वर्ष 2017 के दिल्ली नगर निगम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के नेता वीर सिंह पवार पार्षद बने थे. वह अपने कार्यकाल के आखिरी वर्ष में पूर्वी दिल्ली नगर निगम के स्थाई समिति के चेयरमैन भी बने थे. भारतीय जनता पार्टी ने वर्ष 2022 के निगम चुनाव में वीर सिंह पवार पर एक बार फिर से भरोसा जताते हुए उन्हें दिलशाद गार्डन वार्ड से उम्मीदवार बनाया है.
वीर सिंह पवार ने बताया कि उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि वार्ड को ढलाव घर मुक्त करना है. दिलशाद गार्डन वार्ड के सभी ढलान घरों को बंद कर दिया गया है. वार्ड में कंपैक्टर मशीन लगाई गई है. घरों से गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग उठाया जा रहा है, वार्ड में प्लांट लगाया गया है, जिसमें कूड़े से खाद बनाया जा रहा है. एसटीपी प्लांट लगाया गया है. उन्होंने बताया कि वार्ड के स्वामी दयानंद अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर गया है. नए ऑपरेशन थेटर का निर्माण कराया. निगम के दो स्कूलों में बड़े हॉल बनवाया. क्षेत्र की सभी स्ट्रीट पुरानी लाइटों को बदलकर एलईडी लाइट लगाया गया. जगह-जगह हाई मास्ट लाइट भी लगाया गया.
MCD Election 2022: Ward Scanner में जानें दिलशाद गार्डन वार्ड का हाल - दिल्ली नगर निगम के चुनाव
दिल्ली नगर निगम के चुनाव (MCD Election 2022) के लिए 4 दिसंबर को मतदान होना है. इसको लेकर सभी पार्टियां अपनी-अपनी तैयारियों में जुटी हैं. इसी को लेकर ईटीवी भारत हर वार्ड का 'वार्ड स्कैन' कर रहा है. इस कड़ी में आज वार्ड स्कैन में जानेंगे दिलशाद गार्डन वार्ड (chittaranjan park ward) का हाल.
ये भी पढ़ें :ताहिर हुसैन को बड़ा झटका, मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोप हटाने वाली याचिका खारिज
वीर सिंह पवार ने कहा कि क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या जलभराव की है, जिसके लिए दिल्ली सरकार का पीडब्ल्यूडी डिपार्टमेंट जिम्मेदार है. यहां के लोगों का कहना है कि वीर सिंह पवार लोगों के लिए हमेशा खड़े रहे. कुछ लोगों का यह भी कहना है कि इलाके में सबसे बड़ी समस्या जलभराव की है जिसका समाधान होना बाकी है. बरसात के दिनों में यहां की स्थिति भयावह हो जाती है.
ये भी पढ़ें :सत्येंद्र जैन को जेल में उपयुक्त भोजन ना मिलने के आवेदन पर कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा