ट्रक ड्राइवरों ने किया चक्काजाम नई दिल्ली/गाजियाबाद: आपराधिक कानूनों में बदलाव के कारण हिट-एंड-रन मामलों में जेल की सजा बढ़ गई है. इससे देश भर में ट्रक ड्राइवरों का विरोध प्रदर्शन जारी है. इस नए कानून के तहत, भागने और दुर्घटना की सूचना नहीं देने पर ड्राइवरों को 10 साल तक की जेल हो सकती है. बता दें कि इससे पहले, आईपीसी की धारा 304ए (लापरवाही से मौत) के तहत आरोपी को केवल दो साल तक की जेल की सजी हो सकती थी.
गाजियाबाद में भी ट्रक ड्राइवर का प्रदर्शन देखने को मिला. गाजियाबाद के विभिन्न इलाकों में ट्रक ड्राइवर ने चक्का जाम किया. लोनी, लाल कुआं, साहिबाबाद समेत जिले के विभिन्न इलाकों में ट्रक ड्राइवर सड़कों पर दिखे. ट्रक ड्राइवरों का कहना है कि सरकार ने जो नया कानून बनाया है. हम उसका पूरी तरह से विरोध करते हैं. जब तक सरकार इस कानून को वापस नहीं लेगी तब तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा.
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गाजियाबाद के लाल कुआं इलाके में बड़ी संख्या में ट्रक ड्राइवर प्रदर्शन किया. लाल कुआं के मुख्य मार्ग पर टेंट लगाया गया है जहां ट्रक ड्राइवर इकट्ठा हो रहे हैं. ट्रक ड्राइवरों द्वारा ट्रक, ऑटो रिक्शा और टैक्सी आदि को रोका जा रहा है. हालांकि ट्रक ड्राइवर दावा कर रहे हैं कि वह किसी को भी परेशान नहीं कर रहे हैं शांतिपूर्वक तरीके से प्रदर्शन किया जा रहा है लेकिन ट्रक ड्राइवरों के प्रदर्शन के चलते लाल कुआं पर जाम की समस्या उत्पन्न हो गई है.
जो भी व्यावसायिक वाहन गुजर रहे हैं उसे ट्रक ड्राइवर रोक रहे हैं और साइड में लगाने को कह रहे हैं. साथ ही ट्रक ड्राइवर सड़क से गुजर रहे व्यावसायिक वाहनों के ट्रक ड्राइवर से वहां ना चलने की अपील कर रहे हैं. ट्रक ड्राइवर का कहना है कि हमारा मकसद किसी को परेशान करना नहीं है.
ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के गाजियाबाद जिला अध्यक्ष, सौदान गुर्जर ने कहा कि हम पूरी तरह से शांतिपूर्वक तरीके से प्रदर्शन कर रहे हैं. सरकार जो कानून लाई है वह ड्राइवरों के हित में नहीं है. अगर ड्राइवर से कहीं एक्सीडेंट होता है और ड्राइवर वहां मौजूद होता है तो सबसे पहले भीड़ ड्राइवर को ही पीटती है. वहीं ड्राइवर का कहना है कोई भी ट्रक ड्राइवर जान पूछ कर एक्सीडेंट नहीं करता. अगर किसी ड्राइवर को 10 साल की सजा होती है तो वह कैसे अपना और अपने परिवार का पेट भरेगा. वहीं इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि अगर आने वाले समय में अगर ट्रक ड्राइवर काम पर वापस नहीं लौटते हैं तो व्यावसायिक गतिविधियों पर असर पड़ सकता है.
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