नई दिल्लीः पूर्वी दिल्ली नगर निगम का त्रिलोकपुरी वार्ड शुरू से ही कांग्रेस का गढ़ रहा है. 2017 नगर निगम चुनाव में यह वार्ड वार्ड कांग्रेस के पास से निकल कर आम आदमी पार्टी के पास चली गईं. 2020 विधानसभा चुनाव में त्रिलोकपुरी वार्ड से आम आमदी पार्टी के पार्षद रोहित कुमार ने विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की, जिसके बाद से यह सीट खाली है और इस पर उपचुनाव हो रहे हैं.
त्रिलोकपुरी सीट पर होगा त्रिकोणीय मुकाबला 1997 नगर निगम चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर परवीन मैसी ने जीत दर्ज कर लगातार दो बार निगम पार्षद रहीं. परवीन मैसी के बाद लगातार 2 बार अंजना पारचा ने कांग्रेस की टिकट पर जीत कर निगम पार्षद बनीं.
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जातीय समीकरण
बता दें कि त्रिलोकपुरी सीट पर वाल्मीकि और गुजराती समाज का वर्चस्व है. इसके अलावा यूपी, पूर्वांचली, मुस्लिम, समाज के लोग भी हैं. इस वार्ड में की सबसे बड़ी समस्या साफ-सफाई की है. इसके अलावा क्षेत्र में पार्कों के रखरखाव की भी कमी है. गलियां टूटी हुई है और नालियां जाम है. साथ ही आवारा पशुओं से भी लोग परेशान रहते हैं.
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त्रिकोणीय मुकाबला
त्रिलोकपुरी वार्ड में आप, कांग्रेस और बीजेपी के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है. तीनों पार्टियों ने अपने पुराने कार्यकर्ताओं को मैदान में उतारा है. आम आदमी पार्टी के टिकट पर विजय कुमार चुनाव लड़ रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी ने ओम प्रकाश को मौका दिया है, जबकि कांग्रेस ने बाल किसन बाली को उमीदवार बनाया है.