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ढाबे की आड़ में कर रहा था अफीम बेचने का धंधा, स्पेशल सेल ने किया गिरफ्तार - crime

आरोपी की गिरफ्तारी पर पुलिस की तरफ से 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था. पुलिस उसके पूरे नेटवर्क को लेकर पूछताछ कर रही है.

स्पेशल सेल ने किया गिरफ्तार

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Published : Jun 7, 2019, 9:12 AM IST

नई दिल्ली:ड्रग्स की तस्करी में लिप्त एक युवक को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है. आरोपी राजेश उर्फ नोनू संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर में ढाबा चलाता था और इसकी आड़ में अफीम का धंधा करता था. उसके कुछ साथियों को बीते जनवरी माह में क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया था, जिसके बाद से वह फरार चल रहा था.

स्पेशल सेल ने किया गिरफ्तार

360 किलो अफीम बरामद
आरोपी की गिरफ्तारी पर पुलिस की तरफ से 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था. पुलिस उसके पूरे नेटवर्क को लेकर पूछताछ कर रही है. डीसीपी प्रमोद कुशवाहा के अनुसार 30 जनवरी की रात क्राइम ब्रांच की टीम ने ड्रग्स तस्करी में शामिल मुमताज अली और रमेश को गिरफ्तार किया था. इनके पास से 360 किलो अफीम बरामद की गई थी.

हिमाचल प्रदेश से लाई गई थी
बता दें कि यह अफीम 20 बैग में रखकर हिमाचल प्रदेश से लाई गई थी. आरोपी मारुति वैन में इसे लेकर जा रहे थे. इस बाबत क्राइम ब्रांच ने एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि यह ड्रग्स राजेश उर्फ नोनी के इशारे पर वह संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर में देने जा रहे थे. राजेश इस ड्रग्स की खेप को आगे ट्रक चालकों को बेचता है. इसके बाद से पुलिस टीम लगातार उसकी तलाश कर रही थी. उसकी गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था.

वजीराबाद से गिरफ्तार हुआ राजेश
स्पेशल सेल ने दिल्ली सहित कई राज्यों से इस तस्कर के बारे में जानकारी जुटाई. बुधवार शाम इंस्पेक्टर शिव कुमार की टीम को सूचना मिली कि राजेश वजीराबाद के संगम विहार इलाके में अपने किसी साथी से मिलने आएगा. इस जानकारी पर स्पेशल सेल की टीम ने छापा मारकर राजेश को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में उसने बताया कि वह बीते पांच साल से अफीम की तस्करी का काम कर रहा है.

ढाबे पर ही बेचता था अफीम
गिरफ्तार किया गया राजेश हिमाचल प्रदेश का रहने वाला है. उसके पिता हिमाचल प्रदेश के शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त हैं. वह 12वीं कक्षा तक ऊना से पढ़ा है. वर्ष 2014 में उसने संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर में ढाबा खोला था. यहां उसने देखा कि ट्रक चालकों के बीच में अफीम की काफी मांग है और इसमें मोटा मुनाफा भी है. इसी दौरान कुछ तस्करों से उसकी पहचान हुई जिनके साथ मिलकर वह अफीम की तस्करी करने लगा.

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