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19 सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल के साथ NCR का नामी हथियार तस्कर हुआ गिरफ्तार - Gajipur mandi

पुलिस को पता चला कि यूपी के रहने वाले खिलाफत और फुरकान हथियार तस्करी कर रहे हैं. इस जानकारी पर एसीपी अत्तर सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर शिव कुमार की टीम ने इनके बारे में जानकारी जुटाना शुरू किया.

19 सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल के साथ NCR का नामी हथियार तस्कर हुआ गिरफ्तार

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Published : Jun 27, 2019, 6:10 PM IST

नई दिल्ली:गाजीपुर मंडी के पास से स्पेशल सेल की टीम ने तीन हथियार तस्करों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से 19 सेमी ऑटोमेटिक पिस्तौल, दो कट्टे, 15 अतिरिक्त मैगजीन बरामद किए गए हैं जो वह ट्रक में छिपाकर लाये थे. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मेरठ निवासी खिलाफत अली, फुरकान और हापुड़ निवासी खालिद के रूप में की गई है. यह गैंग बीते पांच वर्षों में 500 से ज्यादा पिस्तौल दिल्ली-एनसीआर में सप्लाई कर चुका है.

खिलाफत और फुरकान

स्पेशल सेल चला रही है विशेष अभियान
डीसीपी प्रमोद कुशवाहा ने बताया कि आपराधिक वारदातों में हथियार के इस्तेमाल होने को लेकर स्पेशल सेल काम कर रही है. हथियार इस्तेमाल करने वालों के साथ ही इन्हें लाने वालों की तलाश में भी स्पेशल सेल की टीम लगातार दबिश दे रही है. बीते कुछ महीनों में हथियार तस्करों के कई मॉड्यूल का पर्दाफाश स्पेशल सेल ने किया है. इस दौरान पुलिस को पता चला कि यूपी के रहने वाले खिलाफत और फुरकान हथियार तस्करी कर रहे हैं. इस जानकारी पर एसीपी अत्तर सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर शिव कुमार की टीम ने इनके बारे में जानकारी जुटाना शुरू किया.

बरामद हथियार
पुलिस के दबाव से बदला तरीकाडीसीपी कुशवाहा के अनुसार पुलिस के दबाव की वजह से अब तस्करों ने अपने तौर-तरीके में बदलाव किया है. अब तस्कर दिल्ली एनसीआर की तरफ आने वाले ट्रक में सवार होकर हथियार लाते हैं और यहां पर इसकी डिलीवरी दी जाती है. लगभग दो महीने की मेहनत के बाद पुलिस को सूचना मिली कि फुरकान और खिलाफत रात के समय हथियार लेकर गाजीपुर मंडी के पास आएंगे. इस जानकारी पर पुलिस टीम ने जाल बिछाया. वहां पर ट्रक से बैग लेकर उतरे दो लोगों को ट्रक चालक सहित गिरफ्तार कर लिया गया. इनके बैग से हथियार जब्त किए गए जो वह सप्लाई करने आये थे.मध्य प्रदेश से लाये थे हथियारआरोपियों ने पुलिस को बताया कि वह मध्य प्रदेश के सेंधवा से हथियार लेकर आये थे. फुरकान और खिलाफत लगभग 20 साल से अवैध हथियारों की तस्करी कर रहे हैं. खिलाफत को वर्ष 2014 में स्पेशल सेल ने दस पिस्तौल के साथ गिरफ्तार किया था. जेल से बाहर आने के बाद वह दोबारा हथियार बदमाशों को पहुंचाने लगा था. वह अदालत के समक्ष पेश नहीं हो रहा था. उसे भगोड़ा घोषित करने की प्रक्रिया चल रही थी.

10 हजार में खरीदकर 25 हजार में बेचते थे
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वह एक पिस्तौल 10 हजार रुपये में खरीदकर उसे 25 से 30 हजार रुपये में बेचते थे. खिलाफत के खिलाफ 15 जबकि फुरकान के खिलाफ 7 आपराधिक मामले दर्ज हैं. इस गैंग पर मकोका लगाने को लेकर भी पुलिस जानकारी एकत्रित कर रही है.

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