नई दिल्लीः उर्दू के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से समाजिक संस्था बाग एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी और नेशनल काउंसिल प्रमोशन उर्दू लैंग्वेज के संयुक्त तत्वाधान में एक सेमिनार का आयोजन किया गया. इस मौके पर जहां उर्दू के प्रति लोगों को जागरूक करने पर जोर दिया गया, वहीं कोविड काल में समाज की सेवा करने वाले योद्धाओं को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया.
उर्दू के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए सेमिनार का आयोजन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सीलमपुर के विधायक अब्दुर रहमान और दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन जाकिर खान, दिल्ली उर्स कमेटी के चेयरमैन एफआई स्माइली, रेशमा नदीम, नदीम अहमद मौजूद रहे. सेमिनार का संचालन डॉक्टर एमआर कासमी ने किया. सेमिनार में मकाला निगार (पढ़ने वाले) डॉक्टर नदीम अहमद, डॉक्टर एमआर खान, डॉ. एजाज अंसारी, डॉक्टर इलमा आसिया बेगम व अन्य मौजूद रहे.
सेमिनार में संस्था के अध्यक्ष सैयद रियाजुल हसन ने सभी अतिथिगण, विद्यार्थी व अध्यापकों को संबोधित करते हुए उर्दू सेमिनार की अहमियत के बारे में बयान किया. लोगों को बताया कि इस सेमिनार का मकसद उर्दू में बेदारी लाना है. हमें ज्यादा से ज्यादा उर्दू बोलने पढ़ने और लिखने में इस्तेमाल करनी चाहिए.
इस मौके पर विधायक अब्दुल रहमान ने संस्था की प्रशंसा करते हुए कहा कि हमारे क्षेत्र में ऐसे सेमिनार की जरूरत है, जिससे लोगों में बेदारी पैदा हो, यह अच्छा काम है. दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन जाकिर खान ने भी अपने विचार लोगों के सामने प्रकट किए. उन्होंने कहा एनसीपीयूल सेमिनार के माध्यम से उर्दू की अहमियत के बारे में बता रहे हैं, जो एकता का विकल्प है.
कार्यक्रम को सफल बनाने में महिला पंचायत की टीम जमीला, खुशबू, रमेश, कुमारी हीना, कुमारी सानिया मिर्जा और संस्था के सदस्य मोहम्मद आसिम, कमालुद्दीन, सामिया सैफी और सेंट जॉन की टीम, मुबीन खान, मोहम्मद असलम, प्रीति व अन्य ने अपना सहयोग दिया.