नई दिल्ली/गाजियाबाद: आरआरटीएस कॉरिडोर के प्रायोरिटी सेक्शन के स्टेशन परिचालन के लिए तैयार हो चुके हैं. यह पूरा कॉरिडोर मोरपंख के रंगों की रंगावली में सजा हुआ नजर आने लगा है. स्टेशन के बाहरी फसाड के रंगों की प्रेरणा भारत के राष्ट्रीय पक्षी मोर के पंखों की छटा में बिखरी रंगावली से ली गई है. फसाड की संरचना को नीले रंग के दो शेड्स और बेज रंग में बनाया गया है. रैपिडएक्स कॉरिडोर के स्टेशनों की बाहरी छत के दोनों किनारों को उठा हुआ बनाया गया है, जो गति को दर्शाता है. रैपिडएक्स ट्रेनों की प्रमुख विशेषता है. उम्मीद जताई जा रही है कि उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव की समाप्ति के बाद रैपिड रेल के उद्घाटन की तिथि की घोषणा हो सकती है.
तस्वीरों में देखें, मोरपंख के रंगों से सजे रैपिडएक्स के स्टेशन, जल्द शुरू होगा संचालन
रैपिडएक्स यानी रैपिड रेल. रैपिड रेल के प्रायोरिटी सेक्शन पर स्टेशनों को खूबसूरत बनाने की कवायद एनसीआरटीसी द्वारा की जा रही है. एनसीआरटीसी द्वारा देश की पहली रीजनल रेल कॉरिडोर के लिए निर्मित रैपिडएक्स स्टेशनों के रंगों की प्रेरणा मोरपंख के रंगों से ली गई है. एनसीआरटीसी के मुताबिक रैपिड रेल के प्रति सेक्शन के स्टेशन परिचालन के लिए पूरी तरह से तैयार हैं.
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स्टेशन के अंदर भी डिजाइन के आयामों पर खासा ध्यान दिया गया है. स्टेशन की फ्लोरिंग के लिए जिन जगहों पर यात्रियों का आवागमन अधिक रहता है, वहां हार्ड मैटेरियल जैसे ग्रेनाइट या इपॉक्सी का प्रयोग किया गया है. बाकी स्टेशन की फ्लोरिंग के लिए वैक्यूमाइज्ड डेंस कंक्रीट (वीडीसी) का उपयोग किया गया है. वैक्यूमाइज्ड कंक्रीट एक ऐसे प्रकार का कंक्रीट होता है, जिसमें कंक्रीट को मजबूती प्रदान करने के लिए उसकी मिक्सिंग में इस्तेमाल किए जाने वाले अतिरिक्त पानी को निकाल दिया जाता है. साथ ही सुंदरता के लिए इसमें ग्रेनाइट को मिलाया जाता है.