नई दिल्ली: दिल्ली में कोरोना एक बार फिर से पैर पसारने लगा है. बीते दिनों 300 कोरोना के मामले आए. वहीं संक्रमण दर 14 फीसदी के करीब पहुंच गई. हालांकि, टेस्ट महज 2160 किए गए. इस बीच दिल्ली के लोगों में इस बात की चिंता सताने लगी है कि क्या दिल्ली में कोरोना का कहर एक बार फिर लोगों की सांसें छीन लेगा? क्या वह अपने बच्चों को मास्क लगाकर स्कूल भेजे या नहीं?
लोगों की चिंताओं के बीच गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा है कि हम रोजाना व्यवस्था पर नजर बनाए हुए हैं. अभी किसी को घबराने की जरूरत नहीं है. सरकार की ओर से जो पहले एडवाइजरी जारी की गई थी, वही एडवाइजरी रहेगी. उन्होंने कहा कि अभी स्कूलों में प्राइमरी और सीनियर सेकेंडरी छात्रों के संबंध में कोई निर्देश जारी नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि अभी छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों को पैनिक करने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि कुछ हफ्तों से भारत के कई राज्यों के अंदर कोरोना के केस बढ़ रहे हैं. रोजाना टेस्ट कराए जा रहे हैं. हम दूसरे राज्यों की व्यवस्था को भी लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने अपनी एडवाइजरी में कहा है कि साउथ इंडिया के चार राज्य और वेस्ट इंडिया के दो राज्य यानी की कुल 6 राज्य में कोरोना के मामले बढ़े हैं. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में केस बढ़ते हैं तो सप्ताह और कुछ दिन बाद दिल्ली में भी मामले बढ़ते हैं. हम इस पर भी नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने कहा कि अभी दिल्ली में ऐसी स्थिति नहीं है कि अस्पताल में मरीजों भर्ती किया जाए. ऑक्सीजन, वेंटिलाइजेशन पर मरीज को डालने के अभी जरूरत नहीं पड़ी है. बाकी हम मामलों को क्लोजली मॉनिटर कर रहे हैं.
सीएम की कॉल पर ली गई मीटिंगःसौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का बुधवार देर रात कॉल आई, जिसमें उन्होंने कोरोना से संबंधित निर्देश दिए. उनके निर्देश पर आज हमने एक मीटिंग बुलाई. इस मीटिंग में स्वास्थ्य विभाग से संबंधित बड़े अधिकारी के साथ वह डॉक्टर शामिल रहे जिन्होंने पूर्व में दिल्ली के अंदर कोरोना को कंट्रोल करने में अहम भूमिका निभाई.