नई दिल्ली: पूर्वी दिल्ली नगर निगम के मुख्यालय रहे पटपड़गंज इंडस्ट्रियल एरिया में तकरीबन तीन महीने से धरने पर बैठे 170 सफाई कर्मियों ने सिविक सेंटर पर भूख हड़ताल की चेतावनी दी है. सफाई कर्मियों का कहना है कि सालों से वे लोग अस्पतालों में सेवा देकर अपना और अपने परिवार का जीवन यापन कर रही थीं लेकिन उन्हें एक झटके में नौकरी से निकाल दिया गया. ऐसे में अब वह अपने परिवार का गुजर-बसर करने में असमर्थ हो रही हैं.
बेरोजगार हुई 170 सफाई कर्मियों ने दी सिविक सेंटर पर भूख हड़ताल की चेतावनी - सफाई कर्मी पिछले कई महीने से दे रहे धरना
पूर्वी दिल्ली नगर निगम के मुख्यालय रहे पटपड़गंज इंडस्ट्रियल एरिया में तकरीबन तीन महीने से धरने पर बैठे 170 सफाई कर्मियों ने सिविक सेंटर पर भूख हड़ताल की चेतावनी दी है.
![बेरोजगार हुई 170 सफाई कर्मियों ने दी सिविक सेंटर पर भूख हड़ताल की चेतावनी sanitation workers warn of hunger strike](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-15704322-50-15704322-1656640236747.jpg)
दरअसल यह सफाई कर्मी दिल्ली नगर निगम के स्वामी दयानंद अस्पताल अस्पतालों में 15 वर्षों से ज्यादा समय से हाउसकीपिंग ठेकेदार के साथ कॉन्ट्रैक्ट पर काम कह रही थीं. इन 15 वर्षों में कई ठेकेदार बदले लेकिन नए ठेकेदार ने उन्हें काम पर रख लिया, लेकिन तीन महीने पहले तत्कालीन पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने खराब आर्थिक स्थिति को देखते हुए हाउसकीपिंग का ठेका बढ़ाने से इनकार कर दिया और ना ही किसी दूसरे ठेकेदार को हाउसकीपिंग का ठेका दिया गया. नगर निगम ने अपने स्टाफ से अस्पताल के सफाई-व्यवस्था को करवाने का निर्णय लिया, जिसकी वजह से अलग-अलग ठेकेदारों के साथ तकरीबन 15 वर्षों से स्वामी दयानंद अस्पताल सहित अलग-अलग डिस्पेंसरी में सेवा दे रही 170 सफाई कर्मी बेरोजगार हो गईं.
सफाई कर्मियों ने बताया कि कोरोना काल में अपनी जान जोखिम में डालकर काम किया, नौकरी से निकाले जाने का डर दिखाकर महीने के पूरे 30 दिन बिना किसी छुट्टी के काम लिया गया, लेकिन अब उन्हें बेरोजगार कर दिया गया है. ऐसे में उन्होंने फैसला लिया है कि अब वह दिल्ली नगर निगम मुख्यालय सिविक सेंटर में जाकर भूख हड़ताल पर बैठेंगी.