भाजपा पार्षदों का एमसीडी की बैठक में हंगामा नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद डी- सीलिंग को लेकर शनिवार को दिल्ली नगर निगम की विशेष बैठक बुलाई गई. विपक्षी भाजपा सदस्यों के हंगामा के चलते बैठक शोर शराबे की भेंट चढ़ गई. हंगामे के बीच मेयर शैली ओबेरॉय ने एक बार 10 मिनट के लिए बैठक स्थगित की, लेकिन उसके बाद भी कार्यवाही चल नहीं चल सकी. आखिर में उन्होंने सदन की कार्यवाही अगली बैठक तक के लिए स्थगित कर दी.
पक्ष विपक्ष दोनों ही पक्षों ने बैठक को न चलने के लिए एक दूसरे को दोषी ठहराया है. हालांकि, हंगामा के बीच सत्ता पक्ष ने सदन के नेता मुकेश गोयल द्वारा पेश डी-सीलिंग को सुचारू रूप से किए जाने का दो प्रस्ताव को पारित करा दिया. बैठक तय समय से 20 मिनट देरी से शुरू हुई. लेकिन, जैसे ही शैली ओबेरॉय ने सीलिंग के मामले की बात करते हुए इस पर चर्चा करने को कहा. बीजेपी के पार्षद अपने-अपने स्थान पर खड़े होकर हंगामा करना शुरू कर दिया.
बीजेपी का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश को आए 100 घंटे से ज्यादा हो गए. इसके बावजूद अभी तक एक भी दुकान को डी-सील नहीं किया गया. आम आदमी पार्टी सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का श्रेय लेने की कोशिश कर रही है जो गलत है. उसे कुछ करना है तो इस आदेश को क्रियान्वित करें.
महापौर शैली ओबेरॉय के द्वारा बार-बार सदस्यों को समझाने पर भी ना मानने पर उन्होंने कार्रवाई 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी. इस दौरान भी सदन में भाजपा सदस्य और आप सदस्य हंगामा करते रहे. 10 मिनट बाद जैसे ही महापौर आसन पर आई. उन्होंने सदस्यों से अनुरोध किया कि यह महत्वपूर्ण विषय है. दिल्ली वालों के हित से जुड़ा हुआ है. लेकिन भाजपा सदस्य अपनी बात पर अड़े हुए थे.
इस दौरान तकरार इतनी बढ़ गई की दोनों पक्ष एक दूसरे के खिलाफ हंगामा करने लगे. स्थिति नियंत्रण में ना देखते हुए महापौर ने नेता सदन मुकेश गोयल के द्वारा रखे प्रस्ताव को पारित करते हुए सदन की कार्यवाही अगली बैठक तक के लिए स्थगित कर दी.