नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली के गोकुलपुरी इलाके में रिटायर्ड वाइस प्रिंसिपल और उनकी पत्नी की घर में हत्या होने के बाद राजधानी में बुजुर्गों की सुरक्षा पर एक बार फिर सवाल उठ रहा है. पड़ोसियों ने बताया कि बुजुर्ग दंपती के घर से लाखों रुपये नरद और जेवर भी गायब हैं. जिस तरीके से घर में घुसकर बुजुर्ग दंपती की गला रेत कर हत्या कर दी गई, इससे साफ है कि बदमाशों में पुलिस का खौफ नहीं रह गया है. हालांकि, बुजुर्ग की हत्या का मामला पहला नहीं है. आइए जानते हैं इससे पहले के मामले...
75 वर्षीय बुजुर्ग की हत्या: दिल्ली के पॉश इलाके में शुमार नेब सराय इलाके के 4 अप्रैल 2023 को दिल्ली नगर निगम से सहायक इंजीनियर के पद से सेवानिवृत्त 75 वर्षीय सतीश कुमार भारद्वाज हत्या कर दी गई थी. इस मामले में पुलिस ने तीन सगे भाइयों को गिरफ्तार किया था, जिन्होंने लूटपाट के इरादे से सतीश कुमार को मौत के घाट उतार दिया था. आरोपियों में से एक ने कुछ दिनों पहले ही सतीश कुमार के घर में रंगाई पुताई का काम किया था. इसी दौरान उसने अपने भाइयों के साथ लूटपाट की साजिश रची थी.
88 वर्षीय महिला की हत्या: कुछ समय पहले दयालपुर इलाके में 88 साल की बुजुर्ग महिला की हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद महिला का शव उसके घर से बरामद हुआ था. जांच में सामने आया था कि घर में पेंट करने आए शख्स ने अपने भांजे और बेटे के साथ मिलकर लूटपाट के इरादे से महिला की हत्या कर दी थी, जिसके बाद पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था.
सास-बहू की हत्या:पिछले साल 17 अगस्त को उत्तर पूर्वी दिल्ली के ही वेलकम इलाके में सास और बहू की चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी गई थी. हत्या के आरोप में पुलिस ने बुजुर्ग महिला की सहेली के बेटे हर्षित को गिरफ्तार किया था, जिसने लूटपाट के इरादे से उनकी हत्या की थी.