नई दिल्ली:पूर्वी दिल्ली में कूड़ा निस्तारण के लिए लाई गई डोर टू डोर योजना पर लगातार सवाल उठ रहा है. आम आदमी पार्टी की निगम पार्षद गीता रावत ने एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए स्थायी समिति की बैठक में डोर टू डोर योजना को फेल बताया है.
'डोर टू डोर' योजना पर फिर उठा सवाल, AAP पार्षद ने योजना को बताया फेल - garbage problem in east delhi
पूर्वी दिल्ली में कूड़ा निस्तारण के लिए लाई गई डोर-टू-डोर योजना पर एक बार फिर सवाल उठे हैं. स्थायी समिति की बैठक में आम आदमी पार्टी की निगम पार्षद गीता रावत ने एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए इस योजना को फेल बताया है. वहीं स्थायी समिति के अध्यक्ष सतपाल सिंह ने कंपनी का बचाव किया है.
गीता रावत ने कहा कि पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने सफाई व्यवस्था को निजी हाथों में सौंप कर ये दावा किया है कि कंपनी कूड़ा को घर घर से उठा कर उसका पूर्ण निस्तारण करेगी, ढलाव में बने घरों में कूड़ा जमा नहीं रहेगा. लेकिन जिस वार्ड में ये योजना लागू की गई है, वहां कंपनी शर्तो के मुताबिक काम नहीं कर रही हैं और कूड़े का निस्तारण पूरी तरह से नहीं हो रहा है. गीता रावत ने बताया कि स्थानीय एसआई ने कंपनी के कार्यों पर रिपोर्ट सौपी है, जिसमें भी ये कहा गया है कि कंपनी घरों से कूड़ा नहीं उठा रही है. साथ ही कई ढलाव घरों में कूड़ा पड़ा रहता है.
सतपाल सिंह ने किया बचाव
वहीं स्थायी समिति के अध्यक्ष सतपाल सिंह ने कंपनी का बचाव करते हुए कहा कि कंपनी का ठीक है, जो कुछ कमियां हैं, उसके सुधार के लिए कंपनी को कहा जाएगा. बता दें कि पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने घरों से कूड़ा उठाकर उसके निस्तारण का काम निजी कंपनी को सौंपा है. शुरुआत में योजना 8 वार्डों में लागू किया गया है.