नई दिल्ली/गाजियाबाद:दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर हुई सड़क दुर्घटना के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. दरअसल, जिस ट्रांसपोर्ट कंपनी की बस वह चालक चला रहा था उस कंपनी की गाड़ियां इससे पहले भी दो दर्जन से ज्यादा बार ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ा चुकी हैं. पिछले कुछ वर्षों में आरोपी ट्रांसपोर्ट कंपनी की गाड़ियों का हजारों रुपये का चालान किया जा चुका है. इसके बावजूद कंपनी के ड्राइवर सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं. साथ ही यह भी सामने आया है कि इस स्कूल बस को प्राइवेट कंपनी में इस्तेमाल किया जा रहा था. इससे पता चलता है कि ट्रांसपोर्ट कंपनी ट्रैफिक नियमों को ताक पर रखकर लोगों की जिंदगी खतरे में डालती रही है.
गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर की तरफ से दो दर्जन से ज्यादा चालान की कॉपी जारी की गई है. यह सभी चालान अलग-अलग गाड़ियों के हैं. लेकिन इन सभी गाड़ियों को ऑपरेट करने वाली कंपनी चौधरी टूर्स एंड ट्रेवल्स है. इनमें से कुछ चालान दो पहिया वाहन के हैं, जिसका हेलमेट न लगाने के चालान काटा गया था. इनमें से सबसे पहला चालान 2015 में हुआ था यानी कंपनी के ड्राइविंग स्टाफ द्वारा इतने सालों से तोड़े जाने के बाद उनपर सिर्फ चालान की ही कार्रवाई की गई. इनमें से अधिकतर चालान पेंडिंग हैं.
जांच में यह सामने आया है कि यह बस पूर्व में पब्लिक स्कूल सेक्टर 28 नोएडा में लगी हुई थी. लेकिन इस बस को वहां से हटाकर वर्तमान में निजी कंपनी ओरिएंट पेसन सेक्टर 67 में चलाया जा रहा था. यह बस भी कई बार नियमों की अनदेखी करती हुई पाई गई थी. वहीं मौजूदा आरोपी ड्राइवर प्रेमपाल के अलग-अलग तरह के चालान हुए हैं. कंपनी के ड्राइविंग स्टाफ का सीट बेल्ट न लगाने, गलत दिशा में गाड़ी चलाने व गाड़ी में फर्स्ट एड न होने जैसी चीजों के लिए चालान हुआ है.