नई दिल्ली/गाजियाबाद:खगोल शास्त्र की घटना के अनुसार, आजकल सभी ग्रह उदय हो रहे हैं. जो ग्रह सूर्य के आगे हैं अर्थात अगले राशि में हैं उनका उदय शाम को पश्चिम दिशा की ओर लगातार कई दिन देखा जाएगा. इनमें प्रमुख हैं चंद्र, मंगल और शुक्र. तीनों ही ग्रह और उपग्रह एक साथ ही दृष्टिगोचर होंगे, जिनको प्रत्यक्ष आंखों से देखा जा सकता है. ये ग्रह एक ही नक्षत्र में, एक ही राशि पर थोड़ी सी अंशात्मक दूरी पर रहेंगे.
सूर्यास्त से पहले वृष राशि में बुध, मेष राशि में गुरु और कुंभ राशि में शनि का उदय है. किंतु वे दिन में सूर्य के प्रकाश में दिखाई नहीं देंगे. 21, 22 और 23 जून को कर्क राशि में चंद्र, शुक्र व मंगल का मिलन युवाओं के अंदर जोश भरेगा. प्रेम प्रसंग, रोमांस में वृद्धि होगी और यह समय वर्षा के अनुकूल के लिए भी है. आगामी दिनों में औसत से अच्छी वर्षा होने के पर्याप्त योग बन रहे हैं.
ज्योतिषाचार्य शिव कुमार शर्मा ने बताया कि, जब सूर्य अश्वनी से मृगशिरा नक्षत्र तक संचरण करते हैं तब भयानक गर्मी पड़ती है. रोहिणी नक्षत्र में सूर्य लगभग 25 मई के 8 जून के आसपास आता है और जिसे नौतपा कहा जाता है. इसमें प्रचंड गर्मी के कारण जनजीवन व्याकुल हो जाता है, किंतु सूर्य के आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश के साथ ही वर्षा ऋतु आरंभ हो जाती है. इस साल सूर्य आर्द्रा नक्षत्र में 22 जून को शाम 5:48 बजे प्रवेश करेंगे. इसके बाद पुनर्वसु, पुष्य, पूर्वाफाल्गुनी और उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में वर्षा के योग बनेंगे. ज्योतिष में इन नक्षत्रों को पुरुष नक्षत्र कहा गया है. सूर्य जब इन नक्षत्रों में होता है और चंद्रमा स्त्री नक्षत्रों में विचरण करता है. ऐसे में भारी वर्षा के योग बनते हैं.